काशी के इन 5 फेमस घाट को देखे बिना अधूरी है बनारस की यात्रा

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बनारस अपने घाटों के लिए और भक्ति के लिए जाना जाता है.
यहां पर्यटक बहुत दूर-दूर से गंगा नदी में डुबकी लगाने के लिए आते हैं.
आइए आज जानते हैं शहर के 5 खास पुराने घाटों के बारे में जिनसे जुड़ा है इतिहास
मणिकर्णिका घाट
शिवजी देवी सती के जलते हुए शरीर को हिमालय लेकर जा रहे थे, तब मणिकर्णिका घाट पर माता के कान का आभूषण गिर गया था. तब से यहां अंतिम संस्कार किया जाता है.
राजा घाट
इस घाट के उत्तरी भाग में एक महल तथा दक्षिणी भाग में अन्नपूर्णा मठ है. इसके अलावा इस घाट पर मां गंगा के सम्मान में तेल दीप उत्सव का आयोजन किया जाता है.
अस्सी घाट
मान्यता के अनुसार देवी दुर्गा ने शुंभ और निशुंभ राक्षसों का वध करने के बाद अपनी तलवार यहीं फेंकी थी. इसलिए इसे असी नदी के नाम से जाना जाता है.
गंगा महल घाट
वाराणसी के इस घाट का निर्माण 1830 में नारायण वंश द्वारा हुआ था. इस घाट पर महल था इस वजह से इस घाट का नाम “गंगा महल घाट” रखा गया
ललिता घाट
इस घाट का निर्माण नेपाल के राजा ने वाराणसी के उत्तरी क्षेत्र में करवाया था. इस मंदिर में पशुपतिश्वर की मूर्ति है, जो भगवान शिव का ही एक रूप हैं