क्या जीवित मनुष्य भी पढ़ सकता है गरुड़ पुराण

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हिंदू धर्म में कुल 18 महापुराणों में एक हैं गरुड़ पुराण. जो हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है.
गरुड़ पुराण में आत्मा की मृत्यु के बाद की यात्रा का भी विवरण दिया गया है.
गरुड़ पुराण को घर में किसी की मृत्यु के बाद 13 दिनों तक लगातार इसका पाठ किया जाता है.
मान्यता है कि मरने वाले की आत्मा 13 दिनों तक अपने घर में ही रहती है.
गरुड़ पुराण का पाठ करने से उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसीलिए इस पाठ को करना जरुरी माना गया है.
क्या कोई भी जीवित व्यक्ति इस पाठ को कर सकता है. ऐसा इसीलिए है क्योंकि इस पाठ में केवल मृत्यु ही नहीं, जीवन को उत्तम बनाने के रहस्य भी छिपे हुए हैं.
इस पाठ को लोग तभी पढ़ते या करते हैं जब किसी की मृत्यु होती है. माना जाता है कि इसे पढ़ने के दौरान आत्मा खुद वहां मौजूद रहती है.
गरुड़ पुराण में मृत्यु, जन्म, नरक, स्वर्ग,अधोगति, पुनर्जन्म के बारे में भी बताया गया है.
साथ ही धर्म, व्रत, पूजा-पाठ और नीति-नियमों के बारे में बताया गया है. इसलिए हर व्यक्ति को गरुड़ पुराण जरूर पढ़ना चाहिए.