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कांशीराम व भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के कार्यक्रम घर पर मनाएं कार्यकर्ता: मायावती

लखनऊ में माल एवेन्यू स्थित आवासीय कार्यालय पर गुरुवार को बसपा की अध्यक्ष मायावती ने अपने पार्टी के जोन प्रभारियों, कार्डिनेटरों व पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि चुनाव आचार संहिता का पूरा सम्मान करते हुये उसका किसी भी प्रकार से उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिये।

Dhananjay Singh
Published on: 14 March 2019 4:37 PM GMT
कांशीराम व भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के कार्यक्रम घर पर मनाएं कार्यकर्ता: मायावती
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लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि पार्टी के जन्मदाता व संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन 15 मार्च और 14 अप्रैल को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के कार्यकमों को कार्यकर्ता अपने घर पर ही मनाएं। कार्यकर्ता अपनी तरफ से चुनाव आचार संहिता का कोई उल्लंघन ना करें।

लखनऊ में माल एवेन्यू स्थित आवासीय कार्यालय पर गुरुवार को बसपा की अध्यक्ष मायावती ने अपने पार्टी के जोन प्रभारियों, कार्डिनेटरों व पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि चुनाव आचार संहिता का पूरा सम्मान करते हुये उसका किसी भी प्रकार से उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिये।

मायावती ने कहा कि आगामी 15 मार्च को बामसेफ, डीएस-4 व बसपा के जन्मदाता व संस्थापक कांशीराम के जन्मदिन के साथ-साथ परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की 14 अप्रैल को होने वाली जयंती बड़ी शालीनता व सादगी के साथ घर पर ही मनाये जाने की आवश्यकता है और उस दिन कोई ऐसा काम नहीं करना है, जिससे चुनाव आचार संहिता का कोई उल्लंघन हो।

बसपा अध्यक्ष ने कहा कि जयन्ती पर खर्च होने वाले श्रम, इच्छा शक्ति और धन को बसपा कार्यकर्ता लोकसभा चुनाव में खर्च करें। बसपा, सपा व आरएलडी का गठबंधन हुआ है, इसको जीताने को लेकर कार्य करें, ताकि उन दोनों महापुरूषों के सपने को देश में सच्चे तरीके से साकार करने में मदद मिल सके। उनका सपना था कि शोषित-पीड़ित व उपेक्षित को सत्ता की मास्टर चाबी मिले, सदियों से जाति के आधार पर सताये गये लोग वोट के माध्यम से अपना उद्धार स्वयं करने की शक्ति प्राप्त कर सकें।

उन्होंने कहा कि भाजपा जैसी अहंकारी पार्टी को हराने के लिए कार्यकर्ता लगे। इसमें सपा कार्यकर्ताओं से मनमुटाव समाप्त कर एक साथ क्षेत्र में जुट जाये। भाजपा केवल जातिवादी, साम्प्रदायिक व गरीब, मजदूर व किसान विरोधी पार्टी ही नहीं है बल्कि साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों आदि का इस्तेमाल करके चुनाव जीतने में विश्वास रखती है। बसपा कार्यकर्ता अपने बूथ पर तैनात होंगे और ईवीएम पर भी ध्यान रखेंगे।

बसपा के बैठक के बाद प्रदेश स्तरीय नेताओं ने उनके नेतृत्व मायावती द्वारा गठबंधन में मिली कुछ सीटों को बदलने का संकेत ​दिया है। इसके साथ ही आज से कल तक में बसपा की सूची जारी होने की भी बात कही है।

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