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इलेक्ट्रानिक सिटी से मोहननगर तक हो सकता है मेट्रो का विस्तार, डेढ़ लाख लोगों को मिलेगा फायदा

इलेक्ट्रानिक सिटी से वाया सिटी सेंटर द्वारका सेक्टर-21 तक का सफर मेट्रो से शुरू हो गया। अब इस सेक्शन को गाजियाबाद से जोड़ने की योजना है। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से सीधे गाजियाबाद के मोहननगर तक मेट्रो कॉरिडोर बनाना संभव है। हाल ही में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) इस रूट के लिए की गई फिजिबिलिटी स्टडी की रिपोर्ट सकारात्मक आई थी।

Aditya Mishra
Published on: 9 March 2019 1:12 PM GMT
इलेक्ट्रानिक सिटी से मोहननगर तक हो सकता है मेट्रो का विस्तार, डेढ़ लाख लोगों को मिलेगा फायदा
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मेट्रो की फ़ाइल फोटो

नोएडा: इलेक्ट्रानिक सिटी से वाया सिटी सेंटर द्वारका सेक्टर-21 तक का सफर मेट्रो से शुरू हो गया। अब इस सेक्शन को गाजियाबाद से जोड़ने की योजना है। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से सीधे गाजियाबाद के मोहननगर तक मेट्रो कॉरिडोर बनाना संभव है। हाल ही में दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) इस रूट के लिए की गई फिजिबिलिटी स्टडी की रिपोर्ट सकारात्मक आई थी।

ऐसे में इस रूट के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) का कार्य अंतिम चरण में है। हालांकि अभी इस रूट का निर्माण कब शुरू होगा इसकी आधिकारिक पुष्टी नहीं है लेकिन अधिकारी इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी से गाजियाबाद को सीधे जोड़ने की दिशा में संकेत अवश्य दे रहे है।

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बता दें कि फेज-तीन के तहत नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद और वैशाली से मोहननगर तक दो कॉरिडोर की डीपीआर बनी थी। फंड की कमी के कारण जीडीए ने तय किया था कि दो चरणों में इस फेज का निर्माण कार्य होगा। पहले नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से साहिबाबाद कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया था। इसे बनाने में 1886 करोड़ रुपये खर्च आता। इस पर वैभव खंड, इंदिरापुरम, शक्ति खंड, वसुंधरा सेक्टर-पांच और साहिबाबाद (वसुंधरा लाल बत्ती पार) में स्टेशन प्रस्तावित थे। बाद में जीडीए अधिकारियों ने मशविरे के बाद पाया कि इस कॉरिडोर को मोहननगर तक विस्तार दिया जाए तो ज्यादा उपयोगी होगा।

इस पर डीएमआरसी को डीपीआर में संशोधन के लिए कहा गया था। संशोधन पर साहिबाबाद में प्रस्तावित स्टेशन की लोकेशन में बदलाव होगा। इसके अलावा कॉरिडोर की लंबाई 5.11 किलोमीटर से बढ़ कर करीब सात किलोमीटर हो जाएगी। ऐसे में लागत बढ़ेगी। नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी से एनएच-नौ (24) के ऊपर होते हुए गाजियाबाद में सीआईएसएफ रोड के बीचों बीच इस कॉरिडोर को बनाया जाना है। साहिबाबाद पर इसका अलाइनमेंट बदलेगा। ठीक यमुना बैंक की तरह। एक मेट्रो मोहन नगर जाएगी जबकि दूसरी वैशाली को जाएगी। संसोधन के बाद नोएडा इलेक्ट्रानिक सिटी से मोहननगर तक मेट्रो विस्तार में कुल 2000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस रूट पर कुल चार मेट्रो स्टेशन प्रस्तावित होंगे ।

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21 मीटर ऊचा बना इलेक्ट्रानिक सिटी स्टेशन

डीएमआरसी ने सेक्टर-63 इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी मेट्रो स्टेशन को 21 मीटर ऊंचा बनाया गया है। चूंकि स्टेशन के पास वायडक्ट एनएच-9 (24) के ऊपर से गुजरना है। जहां भविष्य में फ्लाईओवर निर्माण अभी किया जाना है। यदि ऐसा होता है तो मेट्रो को गाजियाबाद ले जाने में दिक्कत न हो। इसका विशेष ध्यान रखा है, क्योंकि आने वाले समय में सेक्टर-63 इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी मेट्रो स्टेशन को वैशाली मेट्रो स्टेशन, मोहन नगर, हिंडन विहार मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जा सकता है।

इसके लिए गाजियाबाद प्राधिकरण के पास डीएमआरसी की ओर से तीन डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को भेजा जा जा चुका है, जो विचाराधीन है। हांलाकि नोएडा इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी मेट्रो स्टेशन एनसीआर का दूसरा सबसे ऊंचा स्टेशन बन चुका है, लेकिन पहले नंबर में दिल्ली का धौला कुआं मेट्रो स्टेशन है। जिसकी जमीन से फ्लेटफार्म तक की ऊंचाई करीब 24 मीटर आंकी गई है। जबकि इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी मेट्रो स्टेशन ब्लू लाइन का सबसे ऊंचा स्टेशन बन चुका है।

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Aditya Mishra

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