Dhanteras Par Lakshmi Prapti Ke Upay : धनतेरस पर करें ये चमत्कारी उपाय, जीवनभर बने रहेंगे धनवान

Dhanteras Par Lakshmi Prapti Ke Upay : धनतेरस पर बर्तन और सोने-चांदी का सामान इत्यादि खरीदना शुभ होता है। धन की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता धनवंतरि को प्रसन्न करने के लिए यह अति उत्तम दिन है।

Published By :  Suman Mishra | Astrologer
Update:2021-11-02 13:00 IST

सांकेतिक तस्वीर ( सौ. से सोशल मीडिया)

Dhanteras Par Lakshmi Prapti Ke Upay धनतेरस पर लक्ष्मी प्राप्ति के चमत्कारी उपाय

धनतेरस दिवाली से 2 दिन पहले मनाया जाता है। इस दिन सोने-चांदी या किसी भी तरह की खरीदारी के लिए शुभ रहता है। धनतेरस खरीदारी से लक्ष्मी जी प्रसन्न होती है और उनकी कृपा बरसती है। इस साल धनतेरस यानि त्रयोदशी तिथि 2 नवंबर मंगलवार है। धनतेरस के दिन धनवंतरी की जयंती भी मनाते है, जिसका प्रसंग समुद्र मंथन से जुड़ा है।

तो अब दिवाली के कुछ दिन शेष रह गए है। धन की देवी मां लक्ष्मी के आगमन की तैयारी में सब जुट गए। हर घर में साफ सफाई का काम चल रहा है। लेकिन दिवाली से पहले धन के देवता धनकुबेर धनवंतरि को प्रसन्न करने के लिए उत्तम समय खरीदारी करने से समृद्धि बढ़ती है। धनतेरस के दिन शाम साढ़े चार बजे से रात तक खरीददारी कर सकते हैं।

धनतेरस पर बर्तन और सोने-चांदी का सामान इत्यादि खरीदना शुभ होता है। धन की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता धनवंतरि को प्रसन्न करने के लिए यह अति उत्तम दिन है। परिवार में संपन्नता और समृद्धि को आमंत्रित करने के लिए इस दिन क्या करना चाहिए और किन बातों से बचना चाहिए।

धनतेरस पर खरीदें बर्तन

समुद्र मंथन के समय धनवंतरि चौदह रत्नों के साथ समुद्र से निकले थे और तब उनके हाथ में कलश था। इसी वजह से धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा चल निकली। अपनी सामथ्र्य के अनुसार, लोग इस दिन स्टील, तांबे, कांसे, पीतल आदि किसी भी धातु के बने बर्तन खरीदते हैं।

धनतेरस पर चांदी खरीदे

इस दिन चांदी की खरीदारी भी कर सकते हैं। चांदी चंद्रमा का प्रतीक है और चंद्रमा जीवन में शीतलता, सुख-शांति व स्वास्थ्य का प्रतीक है। लोग इस दिन चांदी के सिक्के भी खरीदते हैं। दीपावली पूजन के बाद इस सिक्के को तिजोरी या पैसे रखने के स्थान पर रखना चाहिए।

धनतेरस पर खरीदे लक्ष्मी -गणेश

बहुत से लोग पूजन के लिए लक्ष्मी-गणेश की चांदी से बनी मूर्तियां खरीदते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। इसके स्थान पर मिट्टी से बनी मूर्तियां लें। मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि गणेश जी की मूर्ति की सूंड दाहिनी ओर हो। अगर महंगी धातु खरीदने का मन है तो मूर्तियों के बजाय लक्ष्मी-गणेश अंकित चांदी का सिक्का खरीदें और उसे दीपावली पूजन के लिए इस्तेमाल करें।

धनतेरस के दिन पूजा सामग्री खरीदे

इस दिन पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाले बड़े दीपक,रूई की बत्तियों, देसी घी, तिल या सरसों का तेल, चंदन, हल्दी पाउडर, कुमकुम और अक्षत के लिए इस्तेमाल होने वाले चावल और पूजा के लिए इस्तेमाल होने वाली मिठाइयों की खरीदारी भी धनतेरस के दिन करें।

धनतेरस के दिन सजाये घर

धनवंतरि चिकित्सा और सेहत के देवता हैं, तो इस दिन अगर चिकित्सा के पेशे से जुड़े हैं, तो किसी चिकित्सकीय यंत्र की खरीदारी कर सकते हैं। धनतेरस पर घर और ऑफिस की अच्छी तरह सफाई करें और उसे सजायें। घर में मनपसंद रंग से दिशा विशेष में वास्तु सम्मत आकार की रंगोली बनायें।

धनतेरस की रात करें यह काम

धनतेरस की रात को बेडरूम के कोने में मां लक्ष्मी की तस्वीर और यंत्र को लकड़ी के पटरे पर रखें। फिर दीपक जलाकर मां लक्ष्मी की पूजा करें। धनतेरस के दिन कुबेर की धूप दीप से पूजा न करें, क्योंकि यक्ष की धूप दीप से पूजा नहीं की जाती है। धनतेरस से लेकर भैया दूज तक निरंतर माता लक्ष्मी की आराधना करते रहने से आपके घर में सुख-समृद्धि का आगमन होगा।

धनतेरस पर करें वास्तु दोष दूर

धनतेरस के दिन शुभफल प्राप्ति के लिए उत्तर-पूर्व दिशा में पूजा करके बृहस्पति को मजबूत करने के साथ-साथ इस दिशा के वास्तु दोषों को दूर भी करें। घर के सभी कमरों से उत्तर-पूर्व दिशा में रखे फालतू सामान हटा दें। धनतेरस के दिन पीपल के पौधे में पानी दें।

धनतेरस पर धन के लिए कुबेर यंत्र 

.धन लाभ प्राप्त करने के लिए कुबेर यंत्र अत्यधिक सहायता करता है, धनतेरस या दीपावली के दिन बिल्व-वृक्ष के नीचे बैठकर इस यंत्र को सामने रखकर कुबेर मंत्र को शुद्धता पूर्वक जाप करने से धन प्राप्ति के योग बनते है | इसके बाद इस यंत्र को धन रखने वाले स्थान या तिजोरी में रखना चाहिए | इससे दरिद्रता का नाश होकर, प्रचुर धन व यश की प्राप्ति होती है |

मन्त्र

'ऊँ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन्य धन्याधिपतये धन धान्य समृद्धि में देहित दापय स्वाहा' 

धनतेरस की शाम घी का दीपक जलाये

धनतेरस की शाम को घर के ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाये, दीपक में बत्ती के रूप में रुई के स्थान पर लाल रंग के धागे का प्रयोग करें, दीपक में थोड़ी सी केसर भी डाल दें । इस उपाय का प्रयोग करने पर धन और रोग क्लेश दूर होता है।

Dhanteras Kab Hai धनतेरस कब है?

धनतेरस हर साल कार्तिक के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस साल 2 नंवबर को धनतेरस है। इस दिन भगवान धनवंतरि और कुबेर के साथ मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। इस बार धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है। जो धन प्राप्ति का मार्ग बनाएगा।साथ ही तिगुना फल देगा। इस साल धनतेरस के दिन प्रदोष और धन त्रयोदशी का महायोग है। इस महायोग में शुभ खरीदारी फलदायी है।

धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त

  • धनतेरस मुहूर्त शाम 06 . 18 से 08 .11 बजे तक का मुहूर्त है। इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में और सूर्य तुला राशि में रहेंगे।
  • प्रदोष काल : 5 .35 से 08. 11 मिनट तक रहेगा। सूर्यास्त के बाद के तीन मुहूर्त को प्रदोष काल कहा जाता है जिसमें यमराज को दीपदान किया जाता है।

धनतेरस खरीदारी कब करें?

  • अभिजीत मुहूर्त– सुबह 11:42 से 12:26 तक।
  • वृषभ काल– शाम 06:18 से 08:14: तक।
  • त्रिपुष्कर योग-06:06 AM से 11:31 AM
  • प्रदोष काल- शाम 05:35 से 08:14 तक।
  • गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:05 से 05:29 तक।
  • निशिता मुहूर्त- रा‍त्र‍ि 11:16 से 12:07 तक।

चौघड़िया

  • लाभ- प्रात: 10:43 से 12:04 तक।
  • अमृत- दोपहर 12:04 से 01:26 तक।
  • शुभ- दोपहर 02:47 से 04:09 तक।
  • लाभ- 07:09 से 08:48 तक।
  • शुभ- 10:26 से 12:05 तक।
  • अमृत- 12:05 से 01:43 तक।

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