कोरोना वायरस जाने वाला नहीं, वैक्सीन ही बचाएगी
कोरोना से सावधानी इस लिए जरूरी है कि वैक्सीन लगने से इस बात की पूरी गारंटी नहीं मिलती कि आपको संक्रमण नहीं होगा।
लखनऊ: ये जान लीजिये कि कोरोना वायरस (Coronavirus) अब जाने वाला नहीं है। ये हमारे वातावरण में बना रहेगा और सिर्फ दो ही चीजें हमें बचाएंगी - वैक्सीन (corona vaccine ) और सावधानी। सावधानी इस लिए जरूरी है कि वैक्सीन लगने से इस बात की पूरी गारंटी नहीं (No Guarantee) मिलती कि आपको संक्रमण (Corona Infection) नहीं होगा। अगर संक्रमण हुआ तो आप उन लोगों को संक्रमण दे सकते हैं जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है। सो, वैक्सीन के बाद भी सजगता और एहतियात पूरी शिद्दत से बरतने होंगे।
कोरोना वायरस वैक्सीन ने साबित कर दिया है कि वे गंभीर बीमारी से बचाव करते हैं लेकिन नाक में पनपते वायरस के खिलाफ ये कितनी असरदार हैं इसकी कोई गारंटी नहीं है। कोरोना बीमारी का सबसे गंभीर लक्षण फेफड़ों में आता है और फेफड़े ही शरीर में सर्कुलेट होती एंटीबॉडी को नाक या गले की अपेक्षा सबसे आसानी से हासिल कर पाते हैं। यानी अगर किसी ने वैक्सीन लगवाई है तो भी वो कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है। फर्क ये रहेगा कि ऐसा व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ेगा। लेकिन वायरस नाक-गले में पनपेंगे जरूर।
यह पता करने में लम्बी रिसर्च लगेगी कि टीकों से कोरोना ट्रांसमिशन कितना रुकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, जैसे-जैसे टीकाकरण बढ़ेगा, कोरोना संक्रमण और ट्रांसमिशन पर असर का पता लगाने में आसानी होगी।
कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज में 28 दिन का गैप
इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि पहली डोज लेने के 28 दिन बाद आपको वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी और दूसरी डोज लगने के 14 दिन बाद ही आपके शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता तैयार होगी। अब तक की कई रिसर्च के मुताबिक, इंसान में वैक्सीन का असर 6 महीने तक रहेगा। हालांकि वैज्ञानिकों ने ये भी कहा है कि ये वैक्सीन हमारी प्रतिरोधक क्षमता को आने वाले कई वर्षों के लिए मजबूत कर सकती है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस की सबसे सुरक्षित मानी जानी वाली वैक्सीन भी टीकाकरण के कुछ महीनों तक अथवा अलग-अलग शरीर के हिसाब से कुछ सालों तक ही संक्रमण से सुरक्षा देने में कारगर होगी। एक बार वैक्सीन लेने से पूरी जिंदगी के लिए कोई भी संक्रमण से सुरक्षित नहीं रह सकता है।