Monsoon Session: जासूसी के मुद्दे पर संसद के बाहर विपक्ष का साझा मार्च, सरकार पर आवाज दबाने का आरोप
Monsoon Session Today: संसद के बाहर पेगासस केस के खिलाफ विपक्षी दलों ने साझा मार्च निकाला। केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जासूसी केस की जांच की मांग उठाई।
Monsoon Session Today : मानसून सत्र में पेगासस जासूसी केस का मुद्दा छाया रहा। मानसून सत्र खत्म होने के बाद आज विपक्षी दलों ने सरकार पर सदन में उनकी आवाज दबाने का आरोप लगाया। संसद के बाहर पेगासस केस के खिलाफ विपक्षी दलों ने साझा मार्च निकाला। केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जासूसी केस की जांच की मांग उठाई। वहीं मार्च के बाद राहुल गांधी ने कहा कि सदन में लोकतंत्र की हत्या हुई है।
दरअसल, संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले विपक्ष ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की थी मगर पेगासस जासूसी कांड के सामने सारे मुद्दे गौण हो गए और पूरे मानसून सत्र के दौरान इसे लेकर हंगामा चलता रहा। विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा में 28 फीसदी और लोकसभा में 22 फीसदी ही काम हो सका।
बुधवार को सदन की बैठक अनिश्चितकालीन स्थगित कर दी गई, जिसके बाद आज कांग्रेस समेत 16 राजनीतिक दलों ने एक जुट होकर संसद के बाहर साझा मार्च निकाला और पेगासस मामले में सरकार को घेरा। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में निकले इस मार्च में कई राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए।
मार्च के बाद मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश का प्रधानमंत्री आज देश को बेचने का काम कर रहे हैं। राहुल ने आरोप लगाया कि दो-तीन उद्योगपतियों को सरकार देश की आत्मा बेची रही है। सदन में विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। सदन में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार हुआ है। सांसदों की पिटाई की गई। बता दें कि विपक्ष का आरोप है कि बाहर से मार्शल बुलाकर विपक्षी सांसदों के साथ बदसलूकी की गई है। राज्यसभा की वो फुटेज भी सामने आई है।