जम्मू : जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा में शनिवार को विपक्षी दलों के सदस्य हरियाणा में कश्मीरी छात्र पर हुए हमले के विरोध में सदन से बहिर्गमन कर गए। नेशनल कांफ्रेंस के विधायक अल्ताफ कालू ने शून्य काल के दौरान अपनी सीट से खड़े हो गए और उन्होंने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन को सूचित किया कि उन्हें यह संदेश मिला है कि हरियाणा में पढ़ाई कर रहे कश्मीरी छात्र अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के दो छात्रों को बेरहमी से पीटा गया, जिससे वहां पढ़ रहे राज्य के अन्य छात्रों के बीच डर का माहौल है।
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उन्होंने कहा, "छात्रों को इसलिए पीटा गया, क्योंकि वे जम्मू एवं कश्मीर के निवासी हैं। बाहर पढ़ रहे हमारे छात्र अब अपनी पढ़ाई छोड़ वापस अपने घर आने की सोच रहे हैं।"
कालू द्वारा सरकार पर राज्य से बाहर पढ़ रहे स्थानीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में गंभीरता का अभाव और निष्क्रियता का आरोप लगाने के तत्काल बाद विपक्षी पार्टी के अन्य सदस्य भी घटना के विरोध में सदन से बाहर चले गए।
हरियाणा में 2 कश्मीरी छात्रों पर हमला, मामला दर्ज
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में शुक्रवार को दो कश्मीरी छात्रों पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में पुलिस ने शनिवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। दिल्ली से लगभग 125 किलोमीटर दूर हरियाणा के महेंद्रगढ़ कस्बे के पास हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के दो कश्मीरी छात्रों- आफताब अहमद और अमजद अली को शनिवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
शुक्रवार शाम दोनों छात्रों को बाजार जाते समय स्थानीय युवकों ने पीट दिया था।
इस संबंध में अज्ञात युवकों के खिलाफ दंगा, अवैध रूप से झुंड बनाने, अवरोध उत्पन्न करने और मार-पीट कर घायल करने के मामलों के आधार पर भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, जांच चल रही, जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होने की उम्मीद है।
कश्मीरी छात्रों का आरोप है कि उनके साथ अकारण के मार-पीट की गई।
जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हरियाणा प्रशासन से मामले की जांच कर कार्रवाई करने की मांग की है।