संपत्ति मामले में लालू को चौतरफा घेरेगी BJP, चलाने जा रही है 'पोल खोल' अभियान
पटना: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को माफ करने को तैयार नजर नहीं आ रही। बीजेपी को याद है कि कैसे 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण पर दिए बयान को नया रूप देकर बीजेपी को सत्ता में आने से रोक दिया था।
मोहन भागवत ने बिहार चुनाव के वक्त कह दिया था कि दिए जा रहे आरक्षण की समीक्षा होनी चाहिए। जिसे लालू ने यह कहकर प्रचारित किया, कि बीजेपी सत्ता में आई तो आरक्षण को खत्म कर देगी। जनता ने इस बत को सच माना और सत्ता की चाबी बीजेपी के हाथ आते-आते रह गई।अब जब लालू प्रसाद गलत तरीके से संपत्ति जमा करने के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं तो बीजेपी यह मौका छोड़ने को तैयार नहीं दिख रही।
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बीजेपी चलाएगी 'पोल खोल' कार्यक्रम
बिहार में बीजेपी अब लालू की पोल खोलेगी, कि कैसे उन्होंने गलत तरीके से करोड़ों की संपत्ति जमा की है। बीजेपी ने इसे 'पोल खोल' कार्यक्रम का नाम दिया है जो एक महीने तक चलेगा। आगामी 15 मई से पोल खोल कार्यक्रम की शुरुआत होगी।
राज्य में 65 हजार बूथों पर चलेगा अभियान
बिहार विधानसभा के सदस्य और पार्टी के बड़े नेता नंदकिशोर यादव कहते हैं कि 'राज्य के अगल-अगल इलाकों में बूथ स्तर पर पोल खोल अभियान चलेगा, जिसमें लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों ने जिस तरह से संपत्ति जमा की है उसके बारे में जनता को बताया जाएगा। पार्टी ने 65 हजार बूथों पर इस अभियान के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार कर लिया है। '
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नीतीश निभाएं 'राजधर्म'
नंद किशोर यादव ये भी कहते हैं कि '2002 के गुजरात दंगे को लेकर 'राजधर्म' पालन करने की मांग करने वाले सीएम नीतीश कुमार अब खुद राजधर्म का पालन करें और लालू के परिवार के लोगों को मंत्रिमंडल के बाहर करें। क्योंकि गलत तरीके से संपत्ति अर्जित करने वालों में उनके दोनों बेटे भी शामिल हैं, जो उन्हीं की सरकार में मंत्री भी हैं।'
90 लाख के मिट्टी घोटाले से हुई शुरुआत
लालू प्रसाद ने कंपनी कानून का गलत फायदा उठाया और करोड़ों की संपत्ति बनाई। लालू की जमा की गई संपत्ति की परत दर परत अब खुलने लगी है। मामला शुरू हुआ पटना के जू में बिना टेंडर और बिना जरूरत बिहार के बन रहे सबसे बड़े मॉल में 90 लाख की मिट्टी डालने से। बाद में, पता चला कि जिस जमीन पर मॉल बन रहा है वो लालू प्रसाद यादव के परिवार की है और मॉल भी उनका ही बन रहा है।
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'यादव परिवार ने किए कई खेल'
बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी कहते हैं कि 'लालू प्रसाद ने दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में भी जमीन चार करोड़ में ली, जिसकी वास्तविक कीमत 40 करोड़ से कम नहीं है। यह संपत्ति एक छोटी कंपनी ने खरीदी थी जिसे लालू प्रसाद के परिवार के नाम कर दिया गया।'
'उपहार' देकर बने मंत्री
इसी तरह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सरकार में केंद्र में मंत्री बनाए गए रघुनाथ झा और कांति सिंह ने अपनी करोड़ों की संपत्ति लालू प्रसाद के परिवार को 'उपहार' में दी। राजनीतिक प्रेक्षक मान रहे हैं ये उपहार केंद्र में मंत्री बनाने के एवज में दिए गए ।
कुछ रिश्ते बेहद खास
हालांकि, राजद के दोनों नेताओं ने नहीं बताया कि उपहार लालू प्रसाद के परिवार को ही क्यों दिए गए। किसी और को क्यों नहीं? कांति सिंह के साथ तो लालू प्रसाद के रिश्ते हमेशा चर्चा में रहे। चारा घोटाला में सीएम रहते जब लालू प्रसाद की गिरफ्तारी हुई तो कांति सिंह रोज उनसे जेल में मिलने जाया करती थीं।