गुवाहाटी : गोमांस पर प्रतिबंध और देशभर में स्वघोषित गो-रक्षकों द्वारा हिंसा के मामलों में वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार पर निशना साधते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने रविवार को कहा कि भारत जैसे बहु-धार्मिक, बहु-भाषी एवं बहु-जातीय देश में एकरूपता थोपना खतरनाक प्रवृत्ति है।
आनंद शर्मा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मुझे नहीं लगता कि लोगों की खाने-पीने एवं पहनने-ओढ़ने की आदतों तथा सोचने-विचारने की प्रक्रिया पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। हम एक संघीय देश हैं और यहां अनेक धर्मो एवं जातीय पंरपराओं को मानने वाले लोग रहते हैं। इसलिए देश में जबरन एकरूपता लाना खतरनाक होगा।"
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केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन वर्ष के और असम में एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान जनता से किए गए 'विश्वासघात' के रूप में रविवार को 'विश्वासघात दिवस' मना रही कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार को ऐसे फैसले राज्यों, स्थानीय लोगों या किसी खास इलाके में समाज पर छोड़ देना चाहिए।
शर्मा ने तेजी से बढ़ी स्वघोषित गो-रक्षा दलों द्वारा हिंसा की घटनाओं की आलोचना करते हुए कहा कि ठगों और शरारती तत्वों को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में देशभर में भीड़ द्वारा हत्या सामान्य बात होती जा रही है। उन्होंने कहा, "हम एक लोकतांत्रिक देश हैं, हमारा एक संविधान है और हमारा एक कानून है। कानून को अपनी कार्यवाही करने दें।" शर्मा ने नरेंद्र मोदी सरकार की पाकिस्तान पर विदेश नीति को 'कूटनीतिक त्रासदी' करार दिया।
उन्होंने कहा, "उन्हें कूटनीति के बारे में कुछ नहीं पता और उनके लिए यह सब सिर्फ तस्वीरें खिंचवाने का मौका भर है। बीते तीन वर्षो के दौरान भारत के 538 जवान आतंकवादी हमलों में शहीद हो गए और उनमें भी 200 जवानों की मौत अकेले कश्मीर में हुई।"
शर्मा ने कश्मीर समस्या से निपटने को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि केंद्र सरकार इस मामले में बुरी तरह असफल रही है, लेकिन मोदी अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं कर रहे।