गूगल ने नोबेल विजेता वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना का बनाया डूडल, दी श्रृद्धांजलि

गूगल डूडल का नाम आजकल सभी ने सुना होगा जो गूगल के होमपेज पर लोगों को बदलकर किया जाता है। लोगो की महानता और उनके अनोखे अंदाज़ को गूगल याद कर करता है। कुछ इसी तरह इस बार गूगल ने एक डूडल बनाकर चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमेरिकी वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना को मंगवलार को उनकी 96वीं जयंती पर याद किया है।

Update:2018-01-09 15:18 IST

नई दिल्ली: गूगल डूडल का नाम आजकल सभी ने सुना होगा जो गूगल के होमपेज पर लोगों को बदलकर किया जाता है। लोगो की महानता और उनके अनोखे अंदाज़ को गूगल याद कर करता है। कुछ इसी तरह इस बार गूगल ने एक डूडल बनाकर चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमेरिकी वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना को मंगवलार को उनकी 96वीं जयंती पर याद किया है।

हरगोविंद खुराना भारत में 9 जनवरी 1922 को रायपुर (अब पाकिस्तान में) के एक बहुत ही छोटे से कस्बे में जन्म हुआ था। वह अपने पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। हरगोविंद खुराना भारतीय अमेरिकी बायोकेमिस्ट थे, जिन्होंने 1968 में मार्शल डब्लू निरेनबर्ग और रोबर्ट डब्लू के साथ फिजियोलॉजी या मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

बता दें कि डूडल में एक रंगीन और ब्लैक एंड व्हाइट चित्र बना हुआ है। जिसमें प्रोफेसर खुराना वैज्ञानिक प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं, और साथ में उनकी एक बड़ी-सी तस्वीर बनाई गई है। गूगल का ये अनोखा अंदाज़ हर बार लोगों को लुभाता है और हमें मजबूर कर देता है अगले आने वाले डूडल का इंतजार करने में।

गूगल ने नोबेल विजेता वैज्ञानिक हरगोविंद खुराना का बनाया डूडल, दी श्रृद्धांजलि

मिला नोबेल पुरस्कार

भारत सरकार ने स्कॉलरशिप प्रदान कर उन्हें शोध कार्यों के लिए इंग्लैंड भेजा। वह साल 1952 से 1960 तक यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया में फैकल्टी रहे, जहां उन्होंने ऐसे शोध कार्य किए जिनके लिए उन्हें अमेरिकी वैज्ञानिकों मार्शल डब्ल्यू. नीरेनबर्ग और डॉ. रॉबर्ट डब्‍लू. रैले के साथ संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार मिला। इस अनुसंधान से यह पता लगाने में मदद मिली कि कोशिका के आनुवंशिक कूट को ले जाने वाले न्यूक्लिक एसिड न्यूक्लिओटाइड्स कैसे कोशिका के प्रोटीन संश्लेषण (सिंथेसिस) को नियंत्रित करते हैं।

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