नई दिल्ली: मोदी सरकार बुलेट ट्रेन के बाद अब मैग्लेव ट्रेन चलाने की योजना बना रही है। इंडियन रेलवे ने इस ट्रेन के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट के लिए ग्लोबल टेंडर निकाला है। रेल मंत्रालय ने पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के जरिए इस ट्रेन को चलाने की योजना बनाई है। इस टेंडर की आखिरी तारीख 6 सितंबर है। इस ट्रेन को 400 किलोमीटर से लेकर 500 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा।
किन देशों में ये ट्रेन ?
मैग्लेव ट्रेन की टेक्नोलॉजी चीन, जापान, जर्मनी, अमेरिका और दक्षिण कोरिया के पास है, लेकिन बिजली की ज्यादा खपत और महंगे खर्च की वजह से कई देश इसे अपने यहां नहीं चला सके।फिलहाल अभी यह सिर्फ तीन देशों चीन, दक्षिण कोरिया और जापान में चल रही है।