Cable Rail Bridge: जम्मू कश्मीर में देश का पहला रेल ब्रिज बनकर तैयार, 96 तार उठाएंगे ट्रेन का भार
Cable Rail Bridge in Jammu Kashmir: अब कश्मीर के आंतरिक छेत्रों को रेल नेट्वर्क से जोड़ने के लिए कश्मीर की अंजी नदी पर भारत का पहला केबल आधारित रेल पुल तैयार किया जा रहा है।
Cable Rail Bridge in Jammu Kashmir: हिमालय की प्रतिकूल भौगोलिक परिस्थितियों के बीच भारतीय रेलवे का कश्मीर में पहला केबल आधारित पुल बन कर तैयार है। इस कदम से भारतीय रैलवे कश्मीर घाटी को बाक़ी रेल नेट्वर्क से जोड़ने के और क़रीब पहुँच गयी है। इसके साथ ही रेलवे कश्मीर घाटी को शेष रेल नेटवर्क से जोड़ने के और करीब पहुंच गया है। केंद्र सरकार इस वर्ष के अंत तक या अगले वर्ष की शुरुआत तक कश्मीर में रेल सेवा पहुँचने की ओर तेज़ी से आगे बढ़ रही है। सभी तकनीकी बाधाओं के बावजूद 11 माह के रिकार्ड समय में भारतीय रेलवे ने जम्मू संभाग के रियासी में केबल पुल के सभी 96 केबल जोड़ने के साथ 47 सेगमेंट में से केबल स्पोर्ट वाले 44 सेगमेंट लांच कर दिए हैं। शेष तीन सेगमेंटों का काम जारी है।
कटरा और रियासी को जोड़ेगा यह पुल
देश का पहला केबल आधारित रेल पुल उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक परियोजना पर जम्मू कश्मीर में कटरा से रियासी को रैलवे से जोड़ेगा। यह केबल आधारित पुल अंजी नदी, चेनाब नदी की सहायक नदी को पार करेगा। यह पुल कटरा छोर पर सुरंग टी-2 और रियासी पर सुरंग टी-3 को जोड़ता है।
केबल रैलवे पुल की विशेषता
इस केबल रैलवे पुल की विशेषता यह है कि अधिक गर्मी और अधिक सर्दी में अपना आकार नहीं बदलेगा। इस ब्रिज की केबल 15.7 मिमी व्यास के साथ डिज़ाइन करी गयी है। पूरी केबल की कुल लम्बाई 80 मीटर से 295 मीटर के बीच है। कुल 96 केबल ट्रेन का भार उठाएँगे। यह पुल नीव के शीर्ष से 193 मीटर की ऊँचाई वाले सेंट्रल पलायन की धुरी पर संतुलित है और नदी के तल से 331 मीटर की ऊँचायी पर स्तिथ है। इस केबल आधारित पुल का उत्तरी छोर कटरा की ओर और दक्षिणी छोर रियासी की ओर स्तिथ है।