दार्जिलिंग में फिर भड़की हिंसाा, सेना तैनात, ममता बोलीं- विदेशी ताकतों का हाथ
पश्चिम बंगाल के उत्तरी पर्वतीय जिले दार्जिलिंग में शनिवार को फिर से हिंसा भड़क उठी, जिसके बाद सेना को तैनात किया गया है।
दार्जिलिंग : पृथक गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर कई दिनों से सुलग रहा पश्चिम बंगाल के उत्तरी पर्वतीय इलाके में शनिवार को फिर से हिंसा भड़क उठी, जिसके बाद सेना को तैनात करना पड़ा। पुलिस पर गोरखालैंड के एक कार्यकर्ता को गोली मारने का आरोप लगाते हुए गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के समर्थकों ने शनिवार को जमकर उत्पात किया और पुलिस की एक सीमा चौकी तथा सरकारी कार्यालयों पर हमला कर दिया।
दार्जिलिंग जिले के सोनादा में शुक्रवार की देर रात अचानक भड़की हिंसा में 30 वर्षीय तासी भूटिया की मौत हो गई। कथित तौर पर जीजेएम के कार्यकर्ताओं ने कई वाहनों के साथ तोड़-फोड़ की।
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भूटिया को अपना सक्रिय कार्यकर्ता बताते हुए गोरखालैंड गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत पुलिस की गोलीबारी से हुई। हालांकि पुलिस ने आरोपों से इनकार किया है।
जीएनएलएफ के नेता नीरज जिम्बा ने कहा, "एक निर्दोष गोरखालैंड समर्थक की गोली मारकर हत्या कर दी गई..हम बेहद दुखी हैं और सदमे में हैं।" दूसरी ओर जीजेएम ने मृतक को अपना सदस्य बताया है।
जीजेएम के सहायक महासचिव बिनय तमांग ने कहा, "इस पर्वतीय इलाके में एक और व्यक्ति की मौत हो गई।"जीजेएम द्वारा पृथक गोरखालैंड की मांग के समर्थन में बुलाई गई हड़ताल लगातार 25वें दिन शनिवार को भी जारी रही।
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मृतक के परिवार वालों द्वारा सोनादा पुलिस चौकी पर दर्ज शिकायत में कहा गया है कि भूटिया दवा खरीदने जा रहा था, जब उसकी मौत पुलिस की गोली लगने से हुई। हालांकि पुलिस ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।
पुलिस का समर्थन करते हुए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देब ने कहा कि भूटिया की मौत पुलिस की गोली से होने का आरोप पूरी तरह झूठा है। शनिवार को इलाके में फिर से हिंसा भड़क उठी तथा जीजेएम कार्यकर्ताओं ने सोनादा पुलिस चौकी पर हमला कर दिया और पुलिस के यातायात बूथ में आग लगा दी, जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
दार्जिलिंग में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग सहित दो सरकारी कार्यालयों में भी तोड़फोड़ की गई, जिसे देखते हुए इलाके में सेना को तैनात कर दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया, "सेना की एक टुकड़ी दार्जिलिंग में और एक टुकड़ी सोनादा में तैनात की गई है, जहां रेलवे स्टेशन में आग लगा दी गई थी।"
अगली स्लाइड में जानिए ममता बनर्जी ने क्या कहा ?
ममता बनर्जी ने कहा ...
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बंगाल हिंसा के लिए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। ममता ने कहा कि राज्य में हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं की। उल्टे उनके मंत्री बंगाल में आकर हिंसा को भड़का रहे हैं।
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ममता ने आरोप लगाया कि हिंसा के शुरुआती दिनों में ही उन्होंने केंद्र सरकार से सीआरपीएफ बल की मांग की लेकिन केंद्र ने सहयोग नहीं किया। इसके साथ ही ममता ने दार्जिलिंग के लोगों से शांति बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा, “मैं दार्जिलिंग से अपील करती हूं कि हिंसा का साथ न दें, शांति बनाए रखें।” ममता ने बशीरहाट और बदरुइया की घटना की न्यायिक जांच की बात कही है।
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भारत-चीन के बीच सिक्किम विवाद के बीच ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग हिंसा पर कहा कि इसके पीछे विदेशी साजिश है। बावजूद इसके सरकार वहां मदद नहीं कर रही है।