CSIR के समारोह में बोले मोदी-महीने में एक बार स्कूली छात्राें से मिलें साइंटिस्ट
नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने CSIR के प्लेटिनम जुबली समारोह के उद्घाटन में सोमवार को वैज्ञानिकों का आह्रवान किया कि 2022 तक सौर उर्जा के 100 गीगा वाट उत्पादन का लक्ष्य रखा है। मोदी ने कहा कि इतिहास गवाह है आधुनिक युग में कोई भी देश तब तक विकसित नहीं हुआ जब तक उसे विज्ञान और तकनीक का साथ नहीं मिला।
पीएम ने कहा देश केे हर वैज्ञानिक महीने में एक बार स्कूल और कॉलेजों में जाए और बच्चों को पढ़ाए। जिससे उनके अंदर वैज्ञानिक बनने की महत्वाकांक्षा बढ़े इससे देश को और वैज्ञानिक मिलेंगे।
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वेज्ञानिकों को यह देखना होगा कि कम से कम लागत में सौर उर्जा कैसे आम आदमी तक पहुंचे । वैज्ञानिकों ने सोलर ट्री का भी निर्माण किया है।
और क्या कहा पीएम मोदी ने
-इस वक्त देश 7 प्रतिशत से अधिक विकास दर से आगे बढ़ रहा है।
-सीएसआईआर ने इस साल सोलर ट्री बनाया ये सिर्फ 4 स्क्वायर फीट की जगह घेरता है।
-आपको प्रयास करना चाहिए कि कैसे ये देश के कोने कोने में पहुंचे।
-सरकार का लक्ष्य 2022 तक देश में 100 गीगा वाट सौर्य उर्जा पैदा करने का है।
-सरकार को वैज्ञानिकों से पूरा सहयोग चाहिए।
-इसे कम से कम लागत में कैसे अधिक से अधिक अच्छा बनाया जा सकता है।
-वैज्ञानिक अनुसंधान एक दिन नहीं निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।
-नदी जल प्रदूषण हमारे लिए चुनौती है हमे वैज्ञानिक मार्ग खोजने हैं।
-यही हमारी समस्याओं का समाधान खोज सकते हैं।
-देश में जितनी जनसंख्या उतने ही मोबाईल हैं।
-लेकिन उसके फोन चार्च करने के लिए गांवों में दूर जाना पड़ता है।
-क्या हमारे वैज्ञानिक इसका सेल्यूशन नहीं दे सकते हैं।
-मोदी ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक यह कर सकते हैं और इसका फायदा है।
-हम विज्ञान के क्षेत्र को इतना समान्य मानवीय से जोड़ें की सबको फायदा हो।
-वैज्ञानिकों को नेशनल आवार्ड देकर सम्मानित किया जा रहा है।
-मैं उन सभी वैज्ञानिकों को बधाई देना चाहता हूं।
-ये सम्मान न सिर्फ वैज्ञानिकों के लिए है बल्कि उनके परिजनों और शिक्षकों के लिए भी है।
-आपका सम्मान देश के विकास के लिए नए अनुसंधान और विकास के लिए नौजवानों को प्रेरणा देगा।
-महीने में एक बार हर वैज्ञानिक कॉलेज-स्कूल में लेक्चर देने जाए और छात्रों से मिले उन्हें सिखाए।
-इससे देश को नए साइंटिस्ट मिलेंगे ।
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