पीएम मोेदी ने कहा- अब ऑनलाइन दायर होगी याचिका, पेपरलेस इकॉनमी बचाएगी जंगल
नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में ऑनलाइन पिटीशन दायर करने की व्यवस्था की शुरुआत की। विज्ञान भवन में हुए इस कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि कितना भी महंगा मोबाइल ले आएं, लेकिन कॉन्टेक्ट लिस्ट की डायरी रहती है। लोगों को मोबाइल में ग्रीन और रेड बटन से ज्यादा मालूम कुछ नहीं होता है। हम लोगों को एसएमएस करते हैं फिर फोन करते हैं, एसएमएस मिला। कार्यक्रम में चीफ जस्टिस जीएस खेहर भी शामिल हुए।
मोदी ने कहा कि जज छुट्टियां कम करके काम कर रहे हैं इसके लिए आभार है। इंटरनेट के जरिए अपील दायर होगी। समस्या टेक्नोलॉजी की नहीं, तकनीकी बदलाव के साथ खुद को जोड़ना होगा। एक A4 साइज का कागज तैयार होने में 10 लीटर पानी का इस्तेमाल होता है। अगर तकनीक से इसका प्रयोग रोका जाएगा तो पेपर लेस होने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। इससे पर्यावरण बचाने की दिशा में लाभ मिलेगा. बिजली भी बचेगी और पानी भी बचेगा। मैं चीफ जस्टिस और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं। अगर पेपरलेस इकॉनमी आएगी तो कितने जंगल बचेंगे।
और क्या बोले पीएम मोदी ?
-10 मई का एक और महत्व है। 1857 का स्वतंत्रता संग्राम, देश की आजादी के संघर्ष की शुरुआत आज ही से हुई थी।
-टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल जरूरी है। ऐसा न करने वाले आइसोलेशन में चले जाते हैं।
असल समस्या माइंडसेट की है। इसे चेंज कर बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
-ई-गवर्नेंस आसान, प्रभावी और किफायती है। साथ ही ये पर्यावरण के अनुकूल भी है।
-पेपरलेस ऑफिस से पर्यावरण को फायदा पहुंचेगा। टेक्नोलॉजी में हमारी आर्थिक क्षमता को बदलने की ताकत है।
- इसे तब तक नहीं अपनाया जा सकता जब तक लोग उसे लेकर उत्सुक न हों। इसका स्तर बड़ा होना चाहिए।