शेखर की मां ने कहा: पत्नी के साथ उसके रिश्ते अच्छे नहीं थे

शेखर का मुकदमा लड़ने वाले अधिवक्ता वेदांत वर्मा ने कहा कि उन्हें पता था कि उनके जीवन में क्या हो रहा था। यद्यपि उन्होंने और कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। वर्मा ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं उनके बहुत नजदीक था। मुझे उनके जीवन में चल रही चीजों की जानकारी थी।

Update:2019-04-20 21:54 IST

नयी दिल्ली: रोहित शेखर की मां ने कहा है कि शेखर के अपनी पत्नी के साथ संबंध मधुर नहीं थे और वह अपने राजनीतिक करियर के आगे नहीं बढ़ने को लेकर परोक्ष तौर पर परेशान थे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि शेखर हाल ही में उस जगह पर गये थे जहां उनके पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री एन डी तिवारी का अंतिम संस्कार किया गया था।

दिल्ली पुलिस ने शेखर की मौत के मामले में बृहस्पतिवार को हत्या का एक मामला दर्ज किया था। पुलिस ने मामला शेखर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के कुछ घंटे बाद दर्ज किया था जिसमें कहा गया था कि उनकी मौत गला घोंटे जाने के चलते सांस रुकने की वजह से हुई थी। मामले को जांच के लिए अपराध शाखा को भेज दिया गया है। शेखर की मां उज्ज्वला ने कहा, ‘‘यह बेहद चौंकाने वाला है कि मेरे बेटे की हत्या हुई थी। मैं क्या कहूं? रोहित को क्यों नहीं जगाया गया जब वह (मंगलवार को) शाम चार बजे तक सोया रहा?’’

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उन्होंने कहा कि शेखर (40) और उनकी पत्नी के बीच संबंध बेहतर नहीं थे और ‘‘शादी के पहले दिन से दोनों के बीच अनबन रहती थी।’’ शेखर और उनकी मां 11 अप्रैल को अपना वोट डालने के लिए हलद्वानी गए थे। उन्हें 12 अप्रैल को दिल्ली आना था लेकिन उन्होंने तब अपनी योजना बदल दी जब रोहित ने कहा कि वह ‘‘अपने लोगों से मिलना चाहते हैं।’’

उज्ज्वला ने याद किया, ‘‘शेखर ने कहा कि वह अपने लोगों से मिलना चाहता है और उस स्थान...चित्रशिला घाट (रानीबाग) पर जाना चाहता है जहां उनके पिता का अंतिम संस्कार किया गया था। घाट जाने के बाद वह नीम करोली बाबा के आशीर्वाद के लिए गया था।’’ 15 अप्रैल को मां..बेटे दिल्ली लौट आये। शेखर डिफेंस कालोनी स्थित अपने आवास गए जबकि उज्ज्वला तिलक लेन गईं और बाद में लौटीं।

उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं वापस आयी तो अपूर्वा (शेखर की पत्नी) से उसके बारे में पूछा, उसने मुझे बताया कि वह थके हुए हैं, इसलिए रात का खाना खाया और सोने चले गए। इस बीच शेखर नीचे आये और कहा कि वह थक गये हैं।’’ शेखर की मां ने कहा, ‘‘मीडिया की कुछ खबरों में कहा गया कि उसने शराब पी थी लेकिन उसे देखकर ऐसा नहीं लगा कि वह नशे में है।’’ उज्ज्वला ने कहा कि वह उस दिन रात साढ़े 11 बजे तिलक लेन के लिए निकली और अगले दिन दोपहर दो बजे वापस लौंटी लेकिन अपने पुत्र से नहीं मिल सकीं।

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उन्होंने कहा, ‘‘मेरा पुत्र कुछ तनाव में था लेकिन मैं उसके बारे में बात नहीं करना चाहती। जब मैं घर पहुंची तो अपूर्वा ने उसे किसी की कार में लिटाया था। जब मैंने उसकी स्थिति देखी तो मुझे उसके बचने की कम ही उम्मीद थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपूर्वा पर विश्वास किया और उससे सवाल नहीं किया कि शेखर इतनी देर तक क्यों सोया हुआ था’’

इस बीच अपराध शाखा के अधिकारियों ने शनिवार को शेखर की पत्नी सहित उनके परिवार के सदस्यों से डिफेंस कालोनी स्थित आवास पर पूछताछ की। अधिकारियों को संदेह है कि हत्या में कोई भीतर का व्यक्ति शामिल है। शेखर के ससुर ने कहा, ‘‘मेरी पुत्री ऐसा कुछ नहीं कर सकती। जब मुझे उनकी (शेखर) मृत्यु के बारे में पता चला, मैं यहां आया। पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही हमें पता चल जाएगा कि उनकी मृत्यु कैसे हुई।’’

शेखर का मुकदमा लड़ने वाले अधिवक्ता वेदांत वर्मा ने कहा कि उन्हें पता था कि उनके जीवन में क्या हो रहा था। यद्यपि उन्होंने और कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया। वर्मा ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं उनके बहुत नजदीक था। मुझे उनके जीवन में चल रही चीजों की जानकारी थी। हम नियमित सम्पर्क में थे। मैंने मार्च के आखिर में उनसे बात की थी।’’

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(भाषा)

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