"रिश्वत" खोरों एलर्ट: रिश्वत लेने से हो जाता है एड्स

कहते हैं ऊपर वाले के  घर देर है अंधेर नहीं यह भी कहा जाता है ऊपर वाले की लाठी में आवाज़ नहीं होती। गोरखपुर की भटहक ब्लाक के एक गांव के ग्राम प्रधान समेत उन 13 अफसरों पर ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उन्हें इस कुकर्म और भ्रष्टाचार की सज़ा क़ुदरत से कुछ अंदाज़ में मिलेगी।

Update:2018-01-30 13:12 IST

लखनऊ: कहते हैं ऊपर वाले के घर देर है अंधेर नहीं, यह भी कहा जाता है ऊपर वाले की लाठी में आवाज़ नहीं होती। गोरखपुर की भटहक ब्लाक के एक गांव के ग्राम प्रधान समेत उन 13 अफसरों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि उन्हें इस कुकर्म और भ्रष्टाचार की सज़ा क़ुदरत से कुछ अंदाज़ में मिलेगी।

विधवा पेंशन और राशन कार्ड के लिए रिश्वत नहीं मिलने पर विधवा का शारीरिक शोषण करने वाले ग्राम प्रधान, पंचायत सिक्रेट्री और ग्राम रोज़गार सेवक को एचआईवी एड्स की पुष्टि हो गई है। एड्स की पुष्टि के बाद सभी बी आर डी मेडिकल कालेज में एन्टी रेटरोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर से एचआईवी एड्स का इलाज करा रहे हैं। सीएम के गृह जनपद में हुई यह शर्मनाक घटना संवेदनहीनता के साथ साथ भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों की भी पोल खोलती है।

लालच बुरी बला है, सुना होगा आज महसूस कीजिए

सीएम योगी आदित्यनाथ के ज़िले गोरखपुर के भटहक ब्लाक के एक गांव में रहने वाली महिला के पति की शादी के तीन साल बाद ही संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। शादी आज से ठीक छह साल पहले हुई थी। उस वक़्त महिला की उम्र चौबीस साल थी। पति की मौत के बाद विधवा राशन कार्ड और विधवा पेंशन के कागज़ात के लिए ग्राम प्रधान के पास पहुँची। महिला परिवार में अकेली थी।

जिस की वजह से प्रधान की नज़दीकियां बढ़ गईं। महिला को ग्राम प्रधान के पास रोज़गार सेवक लेकर पहुंचा था। अब ग्राम प्रधान ने महिला को सिक्रेट्री से मिलवाया। राशन कार्ड बनवाने और विधवा पेंशन दिलाने का आश्वासन देकर रोज़गार सेवक, ग्राम प्रधान, पंचायत सिक्रेट्री और बिचौलिए समेत नौ लोगों ने लोगों ने महिला का शारीरिक शोषण किया।

प्रधान करता था देख भाल, महिला की बीमारी ने खोली पोल

महिला के पति की बीमारी की वजह से शादी के तीन साल बाद ही मौत हो गई थी। महिला की न तो कोई संतान है, और न ही मायके वालों ने उस की कोई मदद की, जिस की वजह से महिला और ग्राम प्रधान नज़दीक बने रहे। महिला की देखभाल भी ग्राम प्रधान ही करता था। महिला तीन माह पहले बीमार हुई। ईलाज से फायदा नहीं होने पर ब्लड टेस्ट कराया गया। ब्लड टेस्ट से महिला के एचआईवी संक्रमित होने की पुष्टि हुई।

एचआईवी एड्स की पुष्टि होते ही ग्राम प्रधान पैथालाजी सेंटर में ही बेहोश कर गिर पड़ा। प्रधान से यह खबर रोज़गार सेवक, पंचायत सिक्रेट्री और बिचौलियों को हुई तो सभी के होश उड़ गए। अपने कुकर्मों में इसी दुनिया में क़ुदरत के करिश्मे पर किसी को भरोसा नहीं हुआ तो दोबारा बीआरडी मेडिकल कालेज में जांच कराई गई। एआरटी सेण्टर ने भी जांच में एचआईवी एड्स की पुष्टि कर दी।

जिस के बाद महिला का शोषण करने वाले रोज़गार सेवक, ग्राम प्रधान, पंचायत सिक्रेट्री और बिचौलिए 13 ने बीआरडी मेडिकल कालेज में जांच कराई तो सभी एड्स पीड़ित निकले। एड्स की पुष्टि के बाद सभी बी आर डी मेडिकल कालेज में एन्टी रेटरोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर से एचआईवी एड्स का इलाज करा रहे हैं। अब आशंका यह भी ज़ाहिर की जा रही है कि महिला के पति की मौत भी एचआईवी एड्स के कारण ही हुई होगी।

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