लखनऊ : यूपी में हुए नगर निकाय चुनाव पर एशियाई महाद्वीपों पाकिस्तान, बांग्लादेश, मलेशिया, नेपाल, इण्डोनेशिया, अफ़ग़ानिस्तान और म्यांमार के अलावा अमेरिका तक की नज़र थी। राज्य निर्वाचन आयोग ने e-RO सॉफ्टवेयर तैयार करा कर नामांकन से लेकर चुनावी नतीजे वेबसाइट पर अपलोड किए थे। वेबसाइट पर अपलोड हुए नतीजों को देश में जहां करीब साढ़े चार लाख लोगों ने देखा तो वही विदेशों में वेबसाइट पर अपलोड परिणामों को देखने वालों की संख्या तीन लाख के करीब पहुंच गई।
आयोग की वेबसाइट पर इंटरनेशनल फॉलोवर्स की बाढ़
नगर निकाय चुनाव भले उत्तर प्रदेश में हो रहा था लेकिन इन चुनावों के नतीजों पर नजर सात समंदर पार से रखी जा रही थी। यही वजह रही की यूपी निकाय चुनाव के परिणामों की घोषणा के दौरान राज निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर इंटरनेशनल फॉलोवर्स की बाढ़ आ गई। पडोसी देशों से लेकर अमेरिका और गल्फ से वेबसाइट पर अपलोड होते नतीजों पर निगाह रखी जा रही थी। एक तरफ जहां इन चुनावी नतीजे जहां गुजरात में हो रहे विधान सभा चुनाव के परिपेक्ष्य में देश भर में उत्सुकता का सबब थे तो वही विदेशों में रहने वाले भारतीयों की उत्सुकता भी इन चुनावी परिणामों पर कम नहीं थी।
दुनिया भर में देखें गए नतीजे
यूपी निकाय चुनावों के नतीजे जैसे जैसे घोषित हो रहे वैसे वैसे राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ता जा रहा था। इस दौरान देश भर से चार लाख 42 हज़ार नौ सौ 50 लोगों ने आयोग की वेबसाइट से नतीजों की जानकारी हासिल की तो एशियाई महाद्वीपों के एक लाख 80 हज़ार से ज़्यादा लोगों ने आयोग की वेबसाइट से चुनाव परिणाम देखा। इस दौरान अमेरिका से भी निकाय चुनावों के परिणामो पर निगाह रखी जा रही थी।
अमेरिका से 75 हज़ार लोगों ने राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से नतीजों पर निगाह रखी, जबकि यूरोप से 10 हज़ार 600 लोगों ने निकाय चुनाव के हर पल बदलते समीकरण पर अपनी पैनी निगाह जमाये रखी। इन नतीजों पर एशियाई महाद्वीपों या फिर अमेरिका की ही निगाह ही नहीं थी बल्कि सऊदी अरब से 1630 और यूएई से करीब सात सौ लोगों ने चुनाव परिणामों को दूर रह कर भी क़रीब से देखा। राज्य निर्वाचन आयुक्त एस के अग्रवाल का दावा है कि देश में इस तरह की पहली बार व्यवस्था की गई थी कि नामांकन से लेकर परिणाम को समय से वेबसाइट पर अपलोड किया जाता रहा।