नई दिल्ली: देश भर में 500 और 1,000 रुपए के नोट बंद करने से पैदा हुई समस्या से निपटने के लिए रेलवे नई योजना पर विचार कर रही है। रेलवे बुकिंग काउंटर्स पर भीड़ कम करने के लिए अब पेटीएम, एयरटेल मनी और जियोमनी जैसे ई-वॉलेट्स का इस्तेमाल करने की योजना बना रही है। रेलवे इन ई-वॉलेट्स के जरिए अनारक्षित टिकटों को बेचने पर विचार कर रहा है।
पेपरलेस मोबाइल टिकटिंग को बढ़ावा मिलेगा
गौरतलब है कि रेलवे के इस कदम से देश में पेपरलेस मोबाइल टिकटिंग को बढ़ावा मिलेगा। आमतौर पर रेलवे स्टेशनों पर जनरल टिकटों की बुकिंग के लिए ही भीड़ होती है। ऐसे में रेलवे की इस पहल से यात्रियों को भीड़ से निजात मिल सकती है। इस बारे में रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'हम इस सेक्टर को ई-कॉमर्स के जरिए मजबूत करना चाहते हैं।'
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रेलवे को मिलेगा कमीशन
रेलवे अधिकारी ने कहा कि रेलवे पर इस सुविधा का कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा। इसकी बजाय रेलवे को ई-वॉलेट्स कंपनियों से मिलने वाले कमीशन से अतिरिक्त आय की उम्मीद है। उन्होंने कहा, 'कई मोबाइल वॉलेट कंपनियां रेलवे की इस योजना के साथ जुड़ने के लिए उत्सुक हैं। हालांकि अब तक किसी कंपनी के साथ बातचीत आखिरी स्तर तक नहीं पहुंची है।'
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ई-वॉलेट्स कंपनियों को भी होगा फायदा
अब तक ई-वॉलेट्स के जरिए टैक्सी, सिनेमा सहित अन्य सेवाओं की ही बुकिंग की जाती रही है। रेलवे अधिकारी ने बताया कि 'यह फार्मूला रेलवे के अलावा मोबाइल वॉलेट कंपनियों के लिए भी फायदेमंद होगा।'
प्रतिदिन 2.3 करोड़ लोग करते हैं रेल से सफ़र
उल्लेखनीय है कि रेलवे के जरिए प्रतिदिन करीब 2.3 करोड़ लोग सफर करते हैं। इनमें से महज 6 फीसदी ही आरक्षित श्रेणी में यात्रा करते हैं। बाकी लोग जनरल श्रेणी में ही सफर करते हैं।