ड्रैगन की धमकी! भारत के खिलाफ 2 हफ्ते में मिलिट्री ऑपरेशन की तैयारी
डोकलाम मुद्दे पर चीन अपने अड़ियल रवैये पर बरकरार है। आए दिन चीनी मीडिया भारत को युद्ध की धमकी दे रहा है।
बीजिंग: डोकलाम मुद्दे पर चीन अपने अड़ियल रवैये पर बरकरार है। आए दिन चीनी मीडिया भारत को युद्ध की धमकी दे रहा है। चीन के एक सरकारी अखबार में एक्सपर्ट के हवाले से यह दावा किया गया है कि डोकलाम में विवाद की वजह से सीमा पर डटे भारतीय जवानों को 'खदेड़ने' के लिए चीन 2 हफ्ते में एक 'छोटा सैन्य ऑपरेशन' चला जा सकता है।
चीनी अखबार ने अपनी सेना को 50 साल में सबसे ताकतवर बताते हुए कहा कि अगर भारत के साथ युद्द होता है सब जानते हैं कि यह जंग चीन ही जीतेगा। गौरतलब है कि हाल ही में भारत ने भी चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह यह ना भूले कि यह 1962 नहीं बल्कि 2017 है इस बार 1962 का इतिहास नहीं दोहराया जाएगा। 2017 वाला भारत 1962 से अलग है।
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बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले को शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने के लिए कहा है कि दोनों पक्षों को पहले विवादित क्षेत्र से अपनी सेनाएं हटानी चाहिए। इसके बाद ही कोई बातचीत होगी। जंग से किसी भी विवाद का समाधान नहीं होगा। चीन के साथ विवाद के निपटारे की कोशिशें जारी हैं।
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने सिक्किम के डोकलाम इलाके में 9 जुलाई से ही अपने तंबू गाड़ रखे हैं। सीमा पर दोनों देशों की 60-70 सैनिकों की टुकड़ी 100 मीटर की दूरी पर आमने-सामने डटी हैं।
लंबे वक्त तक तनातनी चीन सहने वाला नहीं
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने शंघाई एकैडमी ऑफ सोशल साइंसेज के इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस में रिसर्च फेलो हू जियोंग के विचार पब्लिश किए हैं। जिसमें कहा गया है कि सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच लंबे वक्त तक यह तनातनी चीन सहने वाला नहीं है। भारतीय सेना को खदेड़ने के लिए दो हफ्तों के भीतर एक छोटे मिलिटरी ऑपरेशन को अंजाम दिया जा सकता है। इतना ही नहीं चीन इस ऑपरेशन को अंजाम देने से पहले भारतीय विदेश मंत्रालय को इन्फॉर्म भी करेगा।
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अपरिपक्व नीति
रिसर्च फेलो हू जियोंग के मुताबिक भारत ने हाल के सालों में चीन को लेकर अपरिपक्व नीति अपनाई है। उसके विकास की रफ्तार चीन के स्तर का नहीं। भारत इस इलाके (डोकलाम) में सिर्फ विवाद चाहता है।
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परिणाम जगजाहिर
अखबार ने कहा कि चीनी सेना (पीएलए) ने सैन्य टकराव के लिए पर्याप्त तैयारी की है। युद्ध की स्थिति में परिणाम जगजाहिर है। मोदी सरकार को पीएलए की ताकत के बारे में पता होना चाहिए। चीनी सेना सभी भारतीय सैनिकों को खत्म करने में पूरी तरह सक्षम है।