अनंतनाग में लश्कर का शीर्ष आतंकी ढेर, 6 पुलिसकर्मियों की हत्या का था आरोपी
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को शनिवार को एक बड़ी कामयाबी मिली। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने अति वांछित लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर बशीर लश्करी को ढेर कर दिया, जो पिछले महीने पुलिस अधिकारी फिरोज डार सहित छह पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या में शामिल था।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को शनिवार को एक बड़ी कामयाबी मिली। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने अति वांछित लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर बशीर लश्करी को ढेर कर दिया, जो पिछले महीने पुलिस अधिकारी फिरोज डार सहित छह पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या में शामिल था।
आतंकी कमांडर बशीर लश्करी सहित लश्कर के दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। सुरक्षा बलों ने उस घर को विस्फोट कर उड़ा दिया, जिसमें दोनों आतंकी छिपे हुए थे।
बशीर पिछले माह अचबल में एसएचओ फिरोज डार तथा पांच पुलिसकर्मियों की हत्या के लिए जिम्मेदार था।
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बरेंठी बाटापोरा गांव में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच गोलीबारी में एक महिला सहित दो नागरिकों की भी मौत हो गई। ये नागरिक सुरक्षा बलों के अभियान के दौरान पत्थरबाजी कर रही भीड़ का हिस्सा थे। दोनों मृतकों की पहचान ताहिरा (42) और शादाब अहमद (22) के रूप में हुई है।
घर को उड़ाने के बाद बरेंठी बाटापोरा गांव में गोलीबारी बंद हो गई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "दो आतंकवादी मारे गए, जिनके शव ध्वस्त इमारत के मलबे से मिले हैं। घर को इसलिए विस्फोट से उड़ा दिया गया, ताकि आतंकवादी भाग न सकें।"
उन्होंने कहा, "यहां खोज अभियान चलाया जा रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यहां अन्य आतंकवादी नहीं छिपे हैं।"
हालांकि फिलहाल मारे गए आतंकवादियों के बारे में आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है, पर माना जा रहा है कि उनमें से एक शीर्ष लश्कर कमांडर बशीर लश्करी है, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम था। वह कोकेरनाग क्षेत्र का रहने वाला था।
इस दौरान मारा गया दूसरा आतंकवादी अजाद अहमद मलिक उर्फ ताड़ा अनंतनाग के अरवानी गांव का रहने वाला है।
सुरक्षा बलों के अनुसार, लश्करी पिछले माह अचबल में हुए हमले का मास्टरमाइंड था, जिसमें एसएचओ फिरोज डार तथा पांच पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे और आतंकवादियों ने उनके शव के साथ बर्बरता की थी।
घटनास्थल पर स्थानीय लोगों ने अभियान में लगे सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इस संघर्ष में 12 लोग घायल हुए हैं।
पुलिस के अनुसार, दोनों ओर से हुई गोलीबारी में एक महिला घायल हो गई, लेकिन बाद में उसने दम तोड़ दिया।
गांव में सुरक्षा बलों और घर में छिपे आतंकियों के बीच गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी, क्योंकि उस घर के अंदर कुछ नागरिक भी थे।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि 17 लोगों को इस मुठभेड़ के बीच घटनास्थल से बाहर निकाला गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने छिपे हुए आतंकवादियों के खिलाफ आखिरी हमला करते हुए घर को उड़ा दिया।
आतंकवादियों के गांव में एक घर में छिपने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने अभियान शुरू किया था।
मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने दो नागरिकों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने एक बार फिर लोगों से अपील की कि वे मुठभेड़ स्थल पर न जाएं, क्योंकि उनकी जान को खतरा होता है।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा कि एसएचओ डार तथा पांच पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद बशीर लश्करी सुरक्षाबलों के लिए अति वांछित आतंकवादी हो गया था।
जैसे ही लश्करी की मौत की खबर अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम तथा शोपियां जिले में फैली, अपने-अपने साधनों से लोगों का कोकरनाग इलाके के सोपशाली गांव में पहुंचना शुरू हो गया, जहां से मारा गया आतंकवादी ताल्लुक रखता है।
अधिकारियों ने हालांकि अभी तक मारे गए दोनों आतंकवादियों बशीर लश्करी तथा उसके सहयोगी आजाद मलिक के शवों को अंत्येष्टि के लिए उनके परिजनों को नहीं सौंपा है।
माना जा रहा है कि शोक जताने वाले लोगों तथा सुरक्षाबलों के बीच किसी तरह का टकराव रोकने के लिए शवों को शनिवार की देर शाम उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।
लश्कर के आतंकवादियों के मारे जाने के बाद बारामूला तथा बनिहाल के बीच रेल सेवा निलंबित कर दी गई है।
जब सुरक्षाबलों तथा आतंकवादियों के बीच अनंतनाग जिले के दियालगाम इलाके के ब्रेंथी बाटापोड़ा गांव में सुबह में मुठभेड़ चल रही थी, तब अनंतनाग के जिलाधिकारी ने जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश जारी किया।
राज्य के पुलिस महानिदेशक एस.पी.वैद्य ने कहा कि बशीर लश्कर पिछले माह अच्छाबल इलाके में एसएचओ फिरोज डार सहित छह पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल था।
लश्करी पर 10 लाख रुपये का इनाम था।
अलगाववादी नेताओं ने दो आतंकवादियों तथा दो नागरिकों के मारे जाने के विरोध में रविवार को घाटी में बंद का आह्वान किया।