कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा, बोले- हमे भी बताएं चीन से क्या बातचीत हुई ?

राज्यसभा में गुरुवार को 'भारत की विदेश नीति और सामरिक भागीदारों के साथ तालमेल' मुद्दे पर चर्चा हुई। बात विदेश नीति की हो और चीन और पाकिस्तान का जिक्र ना हो , ये नामुमकिन है।  केंद्र सरकार की फॉरेन पॉलिसी पर जमकर हमला बोला।

Update:2017-08-03 17:27 IST

नई दिल्ली : राज्यसभा में गुरुवार को 'भारत की विदेश नीति और सामरिक भागीदारों के साथ तालमेल' मुद्दे पर चर्चा हुई। बात विदेश नीति की हो और चीन और पाकिस्तान का जिक्र ना हो , ये नामुमकिन है। केंद्र सरकार की फॉरेन पॉलिसी पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने डोकलाम में चीन के साथ तनाव, पाकिस्तान और नेपाल के साथ रिश्ते को लेकर मोदी सरकार को घेरा।

- शर्मा ने बोला- "नरेंद्र मोदी ने 65 देशों की यात्रा की, लेकिन पीएम ने कभी संसद को नहीं कुछ बताया कि कहां क्या बात हुई? अफसर भारत के हित को आगे बढ़ाते हैं।

- सुषमा स्वराज पर निशाना साधते हुए शर्मा ने बोला कि सुषमा जी की तरफ से कहा गया कि काफी काम की बातें हुईं, लेकिन चीन ने तो इससे इनकार कर दिया।

- हम आपसे ये नहीं जानना चाहते कि क्या बात हुई। लेकिन कुछ तो बताइए।"

और क्या बोले आनंद शर्मा ?

- शर्मा ने बोला- तीन साल पहले, जब हमारे जवानों के सिर काटे गए थे। मोदी ने तब वहां जाकर बिरयानी खिलाई थी। अब कहते हैं प्रोटोकॉल है। उसके बाद क्या? आपने कहा था- एक सिर कटेगा तो उसकी जगह 10 सिर कटेंगे।"

- " हमें अपने जवानों पर नाज है। पूरा देश उनके प्रति कृतज्ञ हैं। कितनी बार सिर कटे? पीएम मन की बात तो करते हैं। लेकिन, आप बताएं कि आपने क्या किया। हमारी सरकार के बारे में कहा गया जो वो हम नहीं कहते।

चीन विवाद पर किए सवाल

-आनंद शर्मा ने कहा- भारत को दुनिया को ये बता देना चाहिए कि हम तनाव कम करना चाहते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हम अपने हितों से समझौता कर लेंगे।

- चीन के साथ जो भी विवाद चल रहा है , पीएम मोदी ने जो भी बातचीत की है उसका कुछ तो आईडिया दें।

क्या है चीन विवाद की वजह ?

- साल 1890 में ब्रिटिश शासन ने चीन के चिंग राजवंश के साथ समझौता किया था।

-यही समझौता आज एक विवाद बना गया है।

- उसमें अलग-अलग जगहों पर बॉर्डर दिखाई गई थीं। उसके मुताबिक, एक बड़े हिस्से पर भूटान का कंट्रोल है, जहां भारत का उसे सपोर्ट और मिलिट्री कोऑपरेशन हासिल है।

- इसी समझौते के हिस्से में आने वाले डोकलाम के पठार पर भारत और चीन के जवान शून्य डिग्री से नीचे के तापमान में तैनात हैं। ये तैनाती नॉर्मल नहीं है। दोनों देश सैनिकों की वापसी पर अड़ गए हैं।

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