मुंबई : शिवसेना ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अपने सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन ना कर अलग लड़ने का निर्णय लिया। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने यहां कहा कि शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने राज्य और केंद्रीय चुनाव की अगली लड़ाई को अलग होकर लड़ने का फैसला किया है।
चार साल में यह दूसरी दफा है जब शिवसेना ने अपने अकेले के बूते पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
ये भी देखें : शिवसेना ने राहुल की तारीफ पर पढ़े कसीदे, कहा- उनमें है ‘नेतृत्व की क्षमता’
2014 में हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना-भाजपा का गठबंधन टूट गया था और दोनों पार्टियों ने स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा था। बाद में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी जबकि शिवसेना को एक महीने तक विपक्ष में बैठना पड़ा था और उसके बाद उसी साल शिवसेना ने भाजपा से हाथ मिला लिया।
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक वर्ली के एसवीपी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में हुई।