गुजरात में कायम रहेगा 'रूपाणी राज', नितिन पटेल होंगे उपमुख्यमंत्री

गुजरात में विधानसभा चुनाव के आए नतीजे के बाद बीजेपी तत्काल कोई खतरा उठाने को तैयार नहीं है इसलिए सीएम विजय रूपाणी की कुर्सी बच गई। उनके साथ दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे। बीजेपी ने यूपी में भी यही प्रयोग किया है जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दो डिप्टी

Update:2017-12-22 17:08 IST
गुजरात में कायम रहेगा 'रूपाणी राज', नितिन पटेगुजरात में कायम रहेगा 'रूपाणी राज', नितिन पटेल होंगे उपमुख्यमंत्रील होंगे उपमुख्यमंत्री

गांधीनगर: गुजरात में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने सीएम पद के नाम पर चल रही अटकलों को शुक्रवार (22 दिसंबर) को विराम दे दिया और विधायक दल की बैठक में विजय रूपाणी को फिर से नेता चुन लिया गया। उनके साथ गुजरात बीपेपी अध्यक्ष नितिन पटेल उपमुख्यमंत्री होंगे।

गुजरात बीजेपी प्रभारी अरुण जेटली के नेतृत्व में विधायकों की बैठक हुई। चर्चा के बाद विजय रूपाणी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। नितिन पटेल डिप्टी सीएम का पद संभालेंगे। गुजरात में पहली बार कोई विधायक उपमुख्यमंत्री होगा।

फिर दोहराया डिप्टी सीएम का फार्मूला

बीजेपी ने यूपी में भी डिप्टी सीएम बनाने का प्रयोग किया है लेकिन देश की सबसे बड़ी विधानसभा वाले राज्य में दो डिप्टी सीएम बनाए गए। बिहार में भी नीतीश कुमार के साथ गठबंधन की सरकार में बीजेपी के सुशील कुमार मोदी डिप्टी सीएम हैं।

25 दिसंबर को हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह

सूत्रों के मुताबिक गुजरात के नए सीएम का शपथ-ग्रहण 25 दिसंबर को हो सकता है, क्योंकि इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है। साल 2012 के चुनावों के बाद नरेंद्र मोदी ने चौथी बार 25 दिसंबर को ही शपथ ग्रहण किया था। शपथ ग्रहण समारोह के लिए मुख्य सचिव ने सरदार पटेल स्टेडियम का निरीक्षण भी किया, लेकिन समारोह के लिए महात्मा मंदिर और साबरमती रिवरफ्रंट के विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है।

विधार्थी परिषद के कार्यकर्ता से सीएम तक का सफर

विजय रूपाणी ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विधार्थी परिषद के कार्यकर्ता के तौर पर की। इसके बाद वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े। आपातकाल के दौरान वे 11 महीने तक जेल में भी रहे। रूपाणी 1978-1981 तक संघ के प्रचारक भी रहे। रूपाणी ने 1987 में राजकोट नगर निगम का चुनाव जीता। पार्टी ने 1998 में उन्‍हें महासचिव बनाया। वे चार बार महासचिव बने। रूपाणी को 2006 में राज्यसभा भेजा गया। वे 2012 तक राज्यसभा के सदस्य रहे।

नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में उन्हें 2013 में उन्‍हें म्यूनिसिपल फाइनेंस बोर्ड का चेयरमैन बनाया था। नवंबर 2014 में आनंदीबेन पटेल की सरकार में भी वह मंत्री बनाए गए। उनके पास परिवहन, जलापूर्ति ज्ञम और नियोजन विभाग था। 19 फरवरी 2016 को उन्‍हें प्रदेश बीजेपी अध्‍यक्ष बनाया गया। फिर 7 अगस्‍त 2016 को वे सीएम बनाए गए।

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