Engagement Ring Finger: सगाई-इनगेजमेंट में अनामिका अंगुली में ही अंगूठी पहनाई जाती है, इसके पीछे कई सारी वजहें

Engagement Ring Finger: अनामिका अंगुली का सीधा संबंध भगवान सूर्य से भी है। जीं हां क्योंकि सभी ग्रहों में सूर्य को राजा कहते हैं। साथ ही भगवान सूर्य को यश, तेज और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।

Report :  Vidushi Mishra
Update:2022-09-22 07:00 IST

सगाई (फोटो- सोशल मीडिया)

Engagement Ring Finger: शादी जिंदगी के सबसे खूबसूरत पलों का एहसास है। यहां से जिंदगी के एक नए पहलू की शुरूआत होती है। जिसमें सिर्फ दो लोग नहीं बल्कि दो परिवार आपस में जुड़ते हैं। जिस दिन से शादी की बात पक्की होती है यानी दो परिवारों के बीच रिश्ता जुड़ता है उसी दिन दोनों परिवारों के मिले-जुले रीति-रिवाज होना शुरू हो जाते हैं। शादी में वैसे तो बहुत सारे रीति-रिवाज होते है लेकिन शादी की ऐसी पहली रस्म जिसमें लड़का-लड़की दोनों का रिश्ता सगाई होने से शुरू होता है। सगाई में लड़का-लड़की एक-दूसरे को अंगूठी पहनाते हैं। 

ऐसे में कई बार आपके मन में ये सवाल आता होगा, कि आखिर अंगूठी पहनाने से कैसे रिश्ता जुड़ता है और सगाई में अंगूठी पहनाने की रस्म होती है तो अनामिका उंगली में ही क्यों पहनाते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर सगाई में या इनगेजमेंट में अंगूठी क्यों पहनाते हैं। 

अनामिका अंगुली का हिंदू शास्त्र में महत्व

हिंदू शास्त्रों के मुताबिक, अनामिका अंगुली का सीधा संबंध प्रेम, उत्तेजना और चमक से है। इस वजह से बाएं हाथ की तीसरी अंगुली का विवाहित जीवन में बहुत महत्व है। असल में अनामिका अंगुली दंपत्ति के बीच प्यार का दिखाती है।

ऐसा बताया जाता है कि अनामिका अंगुली दंपत्ति का जन्म तक साथ निभाने का प्रतीक है। इसलिए सगाई में यानी इनगेजमेंट में अनामिका अंगुली में अंगूठी पहनाई जाती है।

अनामिका अंगुली का सूर्य से संबंध

ज्योतिष विद्या के अनुसार, अनामिका अंगुली का सीधा संबंध भगवान सूर्य से भी है। जीं हां क्योंकि सभी ग्रहों में सूर्य को राजा कहते हैं। साथ ही भगवान सूर्य को यश, तेज और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।

तो ऐसे में अनामिका अंगुली में अंगूठी धारण करना यश, तेज और शक्ति के प्रबल होना माना जाता है। इससे दंपत्ति के जीवन में बरकत और खुशहाली आती है। इसके अलावा दंपत्ति के जीवन में अपनों के साथ अपने परिवार के लोगों से एक प्रेम का रिश्ता जुड़ जाता है।

साथ ही बाएं हाथ की तीसरी अंगुली का संबंध सीधे ह्रदय से होता है, यानी दिल के रिश्ते जोड़ने के लिए अनामिका अंगुली में अंगूठी पहनाई जाती है।

सगाई में इस तरह की अंगूठी पहनानी चाहिए

हिंदू शास्त्रों के मुताबिक, सगाई में गोल आकार की अंगूठी पहनानी (Engagement Ring kaisi honi chahiye) चाहिए। क्योंकि गोले का कहीं कोई छोर नहीं होता है यानी कभी अंत नहीं होता है। 



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