गज़ल: करें आज रोशन धरा आसमान 

Update:2017-09-02 02:18 IST

संजय कुमार गिरि

करें आज रोशन धरा आसमान

लिये हाथ गीता दिलों में कुरान

नहीं बैर अपना किसी से जनाब

विधाता बनाता सभी के विधान

किया प्यार सब से सदा बेहिसाब

रहे हम सुखों में दुखों में समान

जिन्होंने वतन पर कटाये हैं शीश

बने वे हमेशा यहां पर महान

चले साथ मिलकर कदम से कदम जो

मिले हैं उसी को ये सारा जहान

रखो याद संजय सदा एक बात

करो काम ऐसे बढ़े जिससे शान

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