IND vs SA: भारत को दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे वनडे मैच में 8 विकेट से हराया, सीरीज हुई 1-1 से बराबर

IND vs SA: भारतीय खिलाड़ियों ने काफी संघर्ष किया, लेकिन वह मैच को नहीं बचा सके लिहाजा अब दोनों टीमों के बीच की सीरीज 1-1 से बराबरी पर आ चुकी है

Update:2023-12-20 00:45 IST

IND vs SA Match (photo. Social Media)

IND vs SA: भारत और दक्षिण अफ्रीका (IND vs SA) के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के नाम रहा। टीम को इस मैच में 8 विकेट से बेहतरीन जीत मिली। मुकाबले में टॉस भी साउथ अफ्रीका के नाम रहा, टॉस जीत कर दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। हालांकि भारतीय खिलाड़ियों ने काफी संघर्ष किया, लेकिन वह मैच को नहीं बचा सके। लिहाजा अब दोनों टीमों के बीच की सीरीज 1-1 से बराबरी पर आ चुकी है।

मैच का हाल

आपको बताते चलें कि टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने आए भारतीय बल्लेबाज पिच को समझ नहीं पा रहे थे। टीम की ओर से सलामी बल्लेबाज साईं सुदर्शन ने 62 रन और कप्तान केएल राहुल ने 56 रनों की पारी खेली। इन दोनों के अलावा कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका। लिहाजा टीम केवल 211 रनों पर ऑल आउट होकर रह गई। दक्षिण अफ्रीका के लिए यह टारगेट बहुत ही छोटा था।

कम टारगेट का पीछा करने उतरे दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने शानदार बैटिंग की। टीम की ओर से सलामी जोड़ी ने 130 रन बोर्ड पर लगा दिए। उसके बाद भी बतौर ओपनर आए टोनी डी ज़ोरज़ी ने अपने करियर का पहला शतक भी लगाया। उन्होंने टीम के लिए 119 रनों की पारी खेली और आखिर में मैच भी उन्हीं ने जिताया। उनकी सी पारी के चलते ही उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी दिया गया था।

वहीं मुकाबले में मिली हार के बाद कप्तान केएल राहुल ने कहा, “शायद टॉस जीतेंगे, पहले हाफ में विकेट से थोड़ी मदद मिल रही थी। यह एक कठिन विकेट था, लेकिन यह कहते हुए कि साई और मैं सेट थे, अगर हम आगे बढ़ते और 100 का बड़ा स्कोर बनाते, तो हमें 50-60 अतिरिक्त रन मिल सकते थे और हम यहां से यही सीख लेंगे। अगर हम 240 रन बना लेते तो अच्छा होता लेकिन दुर्भाग्य से हमने नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए और उन्हें विकेट से मदद मिल रही थी। हम प्रत्येक व्यक्ति के खेल और प्रत्येक व्यक्ति के गेमप्लान पर भरोसा करते हैं और वे जिस चीज में सहज महसूस करते हैं, उस पर भरोसा करते हैं- यही हम उन्हें बताते हैं, क्रिकेट में कोई सही या गलत नहीं है और आप खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं कि वे अपने स्वयं के गेमप्लान के साथ आएंगे। पहले 10 ओवरों में थोड़ी मदद मिली और हमने बल्ले से खूब धुनाई की, एक छोर पर हम टिक नहीं पाए, अगर हम उसे ले लेते तो हम उन पर दबाव बना सकते थे। हम ज़मीनी स्तर पर जो होता है उसे छोड़ देते हैं और अगले पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करते हैं।”

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