डॉक्टरों की लापरवाही पड़ी बच्चों पर भारी, 8 दिन में 7 मासूमों ने गवाईं जान
यूपी के शाहजहांपुर में स्वास्थ विभाग की लापरवाही से पिछले आठ दिनों मे 7 बच्चों की जान जा चुकी है। बच्चो की तबियत बिगड़ने के बाद जब बच्चो को सही स्वस्थ्य सेवा न मिल पाए और उनकी मौत हो जाए तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन उठाएगा?
शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में स्वास्थ विभाग की लापरवाही से पिछले आठ दिनों मे 7 बच्चों की जान जा चुकी है। बच्चो की तबियत बिगड़ने के बाद जब बच्चो को सही स्वस्थ्य सेवा न मिल पाए और उनकी मौत हो जाए तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन उठाएगा?
- सही इलाज ना मिलने पर अबतक कुल 7 बच्चों की मौत हो चुकी है।
- अभी भी दर्जनों बच्चे बुखार की चपेट में हैं , लेकिन अस्पतालों में इलाज के लिए कोई ख़ास सुविधा नहीं।
- ग्रामिण कई बार सीएचसी पर लिखित शिकायत कर चुके हैं। मगर अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया।
गांव में फैल रही जानलेवा बिमारी
- जलालाबाद के ग्राम मनोरथपुर सहसोदारी मे इन दिनों जानलेवा बिमारी फैली हुई है।
- इस गांव में पिछले आठ दिन मे बुखार से 7 बच्चों की जान जा चुकी है। जबकि दर्जनों बच्चे अभी बुखार की चपेट में है।
- इस जानलेवा बिमारी की कई बार प्रधान सिपाही लाल द्वारा शिकायत सीएचसी पर की जा चुकी है लेकिन लापरवाह स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान नही दे रहा है।
इन बच्चों की जा चुकी जान
- अनिता कुमारी (8 वर्ष) की आज ही मृत्यु हुई है।
- रश्मि पुत्री (9 वर्ष)
- सोनू (12 माह)
- उपासना (4 वर्ष)
- प्रियांशी (4 वर्ष)
- मालती देवी (5 वर्ष)
- प्रियंका (7 वर्ष)
मृतक बच्चो के परिजनों ने newstrack.com की टीम को बताया कि यहां लगातार बच्चों कि मौत हो रही है। उनको पहले बुखार आता है उसके बाद उल्टी शुरू हो जाती है। इसके बाद बच्चों को प्राईवेट या सरकारी अस्पताल मेलेकर जाते है तो दवा तो मिल जाती लेकिन बच्चों जिंदगी नही बच पाती है।
डॉक्टरों को पता है कि दावा का कोई फायदा नहीं तब भी सिर्फ दवा देकर उनका इलाज किया जा रहा है और नतीजा बुरा निकलता है।
गंदगी से भरा गांव
- जब newstrack.com की टीम गांव की हालत देखने पहुंची तो पाया कि पूरा गांव कचड़े और गंदगी से भरा पड़ा है।
- गांव की सड़कों पर जगह जगह गड्ढे हैं। जिनमे गंदा पानी भरा होने के कारण दिन भर वहां मक्खियां भनभानाती हैं।
- स्कूल मे जिस जगह पर हैंडपंप लगा हुआ है वहां पर भी गहरा गढ्ढा है जहां रोज बच्चे इस गंदगी मे पानी पीने आते हैं।
- ऐसे में उनका बीमार पड़ना तो आम बात है।
इस मामले पर जब सीएमओ आरपी रावत से बात की तो उनको बच्चों की मौत के बारे मे कोई जानकारी नहीं थी। उनका कहना है कि उनके संज्ञान मे ऐसा मामला नही था। अब उनके संज्ञान मे मामला आया है। इसकी सही से जांच करवाई जाएगी।