गोरखपुर हादसे के बाद शाहजहांपुर के जिला अस्पताल का बुरा हाल, नवजात शिशुओं के लिए बना खतरा
यूपी के मुखिया लाख दावें कर लें लेकिन स्वास्थ विभाग सुधरने वाला नहीं है। शायद यूपी के शाहजहांपुर में जिला अस्पताल के डॉक्टरों को नही पता कि गंदगी से भी बिमारी फैलती है।
शाहजहांपुर: यूपी के मुखिया लाख दावें कर लें लेकिन स्वास्थ्य विभाग सुधरने वाला नहीं है। शायद यूपी के शाहजहांपुर में जिला अस्पताल के डॉक्टरों को नहीं पता कि गंदगी से भी बीमारी फैलती है।
दो दिन से इस अस्पताल में महिला वार्ड के सामने कूड़ा पड़ा है लेकिन इसे साफ करने वाला कोई नहीं। एक रूम के अंदर पानी भरा हुआ है। ये दोनों ही बातें जिला अस्पताल में महिला वार्ड के पास का है। जहां जन्म के बाद छोटे-छोटे बच्चों को रखा जाता है। लेकिन डॉक्टरों से लेकर सीएमएस रोज इस रूम के बाहर से गुजरते है लेकिन इस ओर उनकी नजर नहीं पड़ती है।
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नवजात शिशुओं के लिए खतरा
पिछले कुछ दिन से स्वास्थ्य विभाग अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में है। तो वहीं यूपी के शाहजहांपुर का जिला महिला अस्पताल अपने कारनामों के लिए जाना जाता है। यहां महिला अस्पताल मे महिला वार्ड के पास एक महिला लेबर रूम है। जिसमें पिछले तीन दिन से पानी भरा हुआ है। इतना पानी है कि कोई इस कमरे ये चल भी नहीं सकता है। क्योंकि करीब तीन से चार इंच तक इस कमरे मे पानी भरा हुआ है। ऐसा नहीं है कि बरसात की वजह से छत से पानी टपकने से ये पानी भरा हुआ हो। बस एक छोटी सी लापरवाही जो नवजात शिशुओं के लिए बड़ा खतरा पैदा कर सकती है।
जब बीमारी फैलने के बाद गोरखपुर जैसे हादसे होना शुरू होते है तो सिर्फ एक दूसरे पर आरोप लगाने के अलावा कुछ नहीं होता है। ऐसे में जरूरत है अधिकारियों को इस जिला अस्पताल मे फैली गंदगी को साफ करवाने की।
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डॉक्टरों और सीएमएस पर उठे सवाल
पिछले तीन दिन तक लगातार newstrack.com के रिपोर्टर ने इस कमरे में जाकर देखा कि पानी को साफ नहीं किया गया। ऐसे में सवार उन सफाईकर्मियों से लेकर डॉक्टर और सीएमएस पर सवाल उठते है कि आखिर उन्हें नहीं पता कि गंदगी फैलने से भी बिमारियां फैलती है।
पहले भी अस्पताल रहा सुर्खियों में
जिला महिला अस्पताल इससे पहले काफी सुर्खियों मे रह चुका है। वो भी सिर्फ डॉक्टरों की लापरवाही के कारण। यहां पर डॉक्टरों ने एक गर्भवती महिला का आॅपरेशन करते वक्त महिला के गर्भ मे ही बच्चे का सिर काट दिया था। जिससे बाद बच्चे को दो हिस्सों मे निकाला गया था। जिसमें महिला की भी मौत हो गई थी। इसके बाद कुछ दिन एक गरीब गर्भवती महिला अस्पताल पहुंची तो उसको भर्ती करने के लिए डॉक्टरों ने रिश्वत मांगी लेकिन महिला नहीं दे सकी जिसके कारण उसको अस्पताल से बाहर निकाल दिया था। जिसके बाद महिला ने अस्पताल के गेट के बाहर बच्चे को जन्म दिया। उसके बाद हालत गंभीर होने पर महिला के पति ने डायल 100 को फोन किया मौके पर पुलिस पहुंची और महिला को अस्पताल मे भर्ती कराया।