Ayodhya: नई अयोध्या पौराणिकता के साथ देश के गौरवमई इतिहास को भी बताएगी
Ayodhya: अब अयोध्या के नए माडल के तहत इसके पौरोणिक इतिहास को बताते हुए इसमें मिनी भारत की झलक भी दिखाई जाएगी।
Ayodhya: भगवान राम की नगरी अयोध्या इन दिनों विकास की नई गाथा लिख रही है। पूरी अयोध्या में विकास काम किए जा रहे हैं। पर अब अयोध्या के नए माडल के तहत इसके पौरोणिक इतिहास को बताते हुए इसमें मिनी भारत की झलक भी दिखाई जाएगी।
राममंदिर के शिलान्यास के बाद नई अयोध्या का विजन अब विजन 2047 किया जा रहा है। इस पूरे प्रोजेक्ट को देश की आजादी के 100 साल से जोड़ा जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने सुझाव दिया है कि अगर अयोध्या के विकास के लिए नियमों में संशोधन की जरूरत पड़े तो उसे करने में कोई हिचक न की जाए। इसके अलावा यहां आने वाले पर्यटकों के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी का सुझाव है कि उन्हें डिजिटल इंडिया से जोड़ा जाए। इससे पर्यटकों को अयोध्या के बारे में हर तरह की जानकारी मिल सकेगी।
योगी सरकार भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एक बड़ा बस स्टेशन बनाने जा रही है। इस बस स्टेशन की लागत लगभग 400 करोड़ होगी जो पीपीपी माडल पर तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आज सम्पन्न हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई गयी।
दरअसल राज्य सरकार की योजना अयोध्या को धार्मिक स्थल के साथ ही पर्यटन केन्द्र बनाने की भी है। इसी बात को ध्यान में रखकर ही इस बस स्टेशन को बनाया जा रहा है। इसके बन जाने से यहां से पूरे प्रदेश के श्रृद्वालुओं को आने जाने में सुविधा होगी। बस स्टेशन के निर्माण के लिए संस्कृति विभाग की 9 एकड़ की जमीन को परिवहन विभाग को सौंप दिया जाएगा। बस स्टेशन से देश प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण बस स्टेशनों से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा अयोध्या सुल्तानपुर मार्ग को भी और चौड़ा किया जाएगा। अयोध्या में बन रहे नए एयरपोर्ट के पास फोरलेन का डेढ़ किलोमीटर लम्बा फ्लाईओवर बनाया जाएगा। साथ ही बुलन्दशहर के अनूप शहर में भी एक बस स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा।
कैबिनेट की बैठक में राजधानी लखनऊ के हैदर कैनाल नाले से गोमती नदीं में 1090 चौराहे के पास गिरने वाले नाले में अमृत योजना के तहत सीवेज प्लांट लगाए जाने की मंजूरी दे दी गयी। इससे गोमती नदी में गिरने वाले प्रदूषण को बचाया जा सकेगा।
इन दिनों विभिन्न योजनाओं के साथ ही नमागि गंगे परियोजना के तहत शहर के आठ तालाबों का सुंदरीकरण व आर्ट वर्क का कार्य भी जल्द शुरू होने वाला है। इन सब कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास कराने की तैयारी में अयोध्या विकास प्राधिकरण जुटा है। विकास प्राधिकरण 15 अक्तूबर को मुख्यमंत्री से योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण कराने की तैयारी कर रहा है।
अयोध्या का विकास उसकी पौराणिकता व धार्मिकता को ध्यान में रखते हुए किया जाना है। अयोध्या में विकास की लगभग 25 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाएं प्रस्तावित हैं। इसमें केंद्र व राज्य सरकार की 24 से अधिक परियोजनाएं शामिल हैं। विजन डॉक्यूमेंट के तहत 11 प्रमुख योजनाओं के फाइनल डीपीआर तैयार हो रहे हैं।
जल्द ही अयोध्या के लिए समग्र विकास का नया माडल सामने आने के बाद उसका ड्राइंग बनाकर मुख्यमंत्री के सामने पेश किया जाएगा और उसी के अनुसार अयोध्या का विकास होगा।
आधा दर्जन स्थानों पर रेलव मार्ग पर पुल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था किन्तु अब सात स्थानों पर पुल बनाया जाएगा। इस मार्ग के बन जाने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलेगा साथ ही अयोध्या व भगवान राम से जुडे़ अन्य पौराणिक मठ मदिरों के देश विदेश के लोगों को दर्शन करा सकेंगे।यह मार्ग लगभग 275 किलो मीटर लम्बा व मध्य में 10 मीटर चौड़ा बनेगा।