सावधान! बच के रहें, ये है मंडियों में हरी और ताजा दिखने वाली सब्जियों का राज

'सब्जी लेलो सब्जी .. ताजा ताजा हरी सब्जी' मंडियों में ऐसी आवाज अक्सर सुनने को मिलती है। आप भी सब्जी मंडी से वही सब्जी खरीदते हैं जो दिखने में हरी भरी हो। ये सोचकर कि वो ताजा है। लेकिन इसकी सच्चाई क्या है ये हम आपको बताएँगे। दरअसल जो सब्जियां दिखने में हरी भरी

Update:2017-07-30 14:24 IST

लखीमपुर खीरी: 'सब्जी लेलो सब्जी .. ताजा ताजा हरी सब्जी' मंडियों में ऐसी आवाज अक्सर सुनने को मिलती है। आप भी सब्जी मंडी से वही सब्जी खरीदते हैं जो दिखने में हरी भरी हो। ये सोचकर कि वो ताजा है। लेकिन इसकी सच्चाई क्या है ये हम आपको बताएँगे। दरअसल जो सब्जियां दिखने में हरी भरी और ताजा होती हैं उसके पीछे का राज है वो कलर जो उनमें मिलाया जाता है। ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक इसे खरीद सके। लखीमपुर जिले के मावा तेल के खेल बाद सब्जी माफियाओं ने ऐसा कर के ना जाने कितने मासूमों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया है।

- शनिवार (29 जुलाई ) शाम पुलिस और प्रशासन की संयुक्त छापेमारी में रंगी हुई सब्जियां बरामद की गई। साथ ही मौके से रासायनिक कलर की कई बोतले भी मिले।

- निघासन के लुधौरी गाव में पिछले काफी समय से परवल को रंग कर बड़े बाजारों में बेचा जा रहा है।

- फ़िलहाल सब्जियों को कब्ज़े में लेकर सैम्पलिंग के लिए भेजा गया है।

जिला अस्पताल के चिकित्सक डा सुजीत कुमार ने बताया कि यह कैमिकल वाला रंग लीवर,गुर्दा, एशडिटी समेत तमाम बीमारी फैला रहा है। अस्पताल मे पेट से जुड़े सम्बंधित परेशानी वाले मरीजों मे खासा इजाफा हुआ है।

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