राज्यरानी एक्सप्रेस हादसा: GRP ने अज्ञात रेलवे अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज कराया केस
रामपुर: राज्यरानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस डाउन मेरठ-लखनऊ इंटरसिटी ट्रेन हादसे में जीआरपी रामपुर ने अज्ञात रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज कराया है। जीआरपी का कहना है कि यात्रियों, घटनास्थल पर मौजूद लोग और खुद जीआरपी ने यह देखा कि रेल लाइन टूटी हुई। इसी वजह से यह हादसा हुआ। इसी आधार पर जीआरपी रामपुर ने यह कदम उठाया है।
बता दें, कि शनिवार (15 अप्रैल) की सुबह 8 बजे रामपुर में कोसी पुल के पास ट्रेन के आठ कोच पटरी से उतर गए थे। ट्रैक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में 15 यात्री घायल हो गए। इस दुर्घटना के बाद स्थानीय पुलिस, प्रशासन और रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया था।
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20 kmph. से गुजर रही ट्रेन
ताजा खबर ये है कि रामपुर में हुए ट्रेन हादसे के बाद आज रविवार (16 अप्रैल) को ट्रैक को दुरुस्त कर लिया गया। अप लाइन पर हाई स्पीड, जबकि डाउन लाइन पर 20 केएमपीएच की गति से रेल यातायात शुरू कर दिया गया है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आज शाम तक यातायात पूरी तरह से सुचारू कर दिया जाएगा।
ट्रैक बदलने की बजाय होती रही मरम्मत
गौरतलब है कि हादसे के बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की थी। इस दौरान उन्हें दूर तक ट्रैक उखड़ा और पटरी चकनाचूर मिला था। अफसरों को पहली नजर में लगा कि ट्रैक पुराना और जर्जर था। इसे बदलने के लिए लाल निशान भी लगा था, लेकिन बदलने के बजाय इसकी बार-बार मरम्मत की जाती रही थी।