एक छोटी चिंगारी पड़ी इस कदर भारी, जलकर राख हुई तीन झोपड़ियां
एक मामूली चिंगारी कितनी भारी पड़ सकती है इसकाएक नजारा शाहजहांपुर में देखने को मिला। यहां एक परिवार दीवाली के दूसरे दिन (शुक्रवार) की शाम को झोपड़ी
शाहजहांपुर: एक मामूली चिंगारी कितनी भारी पड़ सकती है इसकाएक नजारा शाहजहांपुर में देखने को मिला। यहां एक परिवार दीवाली के दूसरे दिन (शुक्रवार) की शाम को झोपड़ी के बाहर पटाखे जलाकर दिवाली की खुशियां मना रहा था। तभी एक पटाखे की चिंगारी उड़ी और झोपड़ी पर जा गिरी। देखते ही देखते पूरी झोपडी जलकर रख हो गई। आग की लपटे इतनी ज्यादा थी कि इसमें तीन झोपड़ियां जलकर राख हो गई।
झुलसी भैंस:
- आग लगते देख घर से सब लोग तो निकल गए मगर भैंस झुलस गई। गरीब प[ारिवार के सामने ही उनकी भैंस की जलकर मौत हो गई।
- सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया ।
राख मे तब्दील हुई झोपड़ी का ये नजारा थाना जैतीपुर के जगत पिपरथाना गांव का है। यहां के रहने वाले प्रेमपाल पुत्र पंचम अपने परिवार के साथ तीन झोपड़ियों मे रहता था। प्रेमपाल मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता था। उसने मेहनत मजदूरी करके परिवार के लिए पास पास तीन झोपड़ियों का आशियाना बनाया था।
दीवाली गुजर चुकी थी। लेकिन त्योहार की खुशियां अभी भी थी। इसलिए दीवाली के दूसरे दिन प्रेमपाल ने झोपड़ी के बाहर शुक्रवार की शाम कुछ पटाखे जलाना शुरू किया। तभी अचानक तेजी के साथ पटाखा जला और उसकी चिंगारी प्रेमपाल की झोपड़ी पर जा गिरी। देखते ही देखते उसकी एक झोपड़ी जली तो लोगों ने उसको बुझाने की कोशिश की लेकिन आग को नहीं रोक पाई।
प्रेमपाल के मुताबिक:
- प्रेमपाल ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी करता है। मेहनत करके उसने अपने परिवार के लिए तीन झोपड़ियों को बनाया था।
- मजदूरी से पेट नही भरता था इसलिए उसने एक भैंस पाली थी जिसका दूध बेचकर कुछ हद तक आर्थिक मदद मिल जाती थी।
-वह दीवाली के मौके पर कुछ पटाखे झोपड़ी के बाहर जला रहा था तभी एक चिंगारी ने उसका सब कुछ उजाड़ दिया।
वही दमकल विभाग के अधिकारियों की माने तो झोपड़ी मे आग लगने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया गया।