खुशखबरी: लखनऊ में ही रहेगी TCS, अमित शाह ने सीधे किया हस्तक्षेप
देश में डिजिटलाइजेशन की पैरवी करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार में उत्तर प्रदेश से जब एक आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने जाने का मन बनाया तो चारों तरफ तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा।
लखनऊ: देश में डिजिटलाइजेशन की पैरवी करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार में उत्तर प्रदेश से जब एक आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने जाने का मन बनाया तो चारों तरफ तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म होने लगा।
टीसीएस कर्मचारियों ने लखनऊ के आईटी हब बनने के सुनहरे सपने पर ग्रहण लगने की बात कही तो कुछ ने हजारों परिवारों के सामने रोजी रोटी के संकट की बात रखी। हालांकि यह मुददा इतना बढ़ता चला गया कि शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने इसे उठा दिया गया। मामले में सीधे हस्तक्षेप करते हुए अमित शाह ने सीएम योगी को इस बाबत सीधे निर्देशित कर दिया।
जानिए सीएम योगी से अमित शाह ने क्या कहा....
निश्चित करें कि टीसीएस न जाए
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने तीन दिवसीय प्रवास के चलते शनिवार (29 जुलाई) को राजधानी पहुंचे। यहां वह पार्टी संगठन और सरकार के पदाधिकारियों से मुलाकात कर रहे थे। इसी दौरान लखीमपुर के प्रभारी वीरेंद्र प्रताप सिंह ने अमित शाह के सामने टीसीएस के लखनऊ से बाहर जाने का मुददा उठा दिया। जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तत्काल सीएम योगी आदित्यनाथ को निर्देशित किया कि वह इस बात को हर हाल में निश्चित करें कि टीसीएस कंपनी लखनऊ छोड़ कर न जाए। इस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 31 जुलाई को टीसीएस कंपनी के सीईओ और अन्य अधिकारियों के साथ एक मीटिंग प्रस्तावित है। उसमें यह निश्चित कर दिया जाएगा कि टीसीएस कंपनी लखनऊ में ही बनी रहे। उनकी व्यवहारिक दिक्कतों को सरकार दूर करेगी।
सीएम आवास का कर्मचारियों ने किया था घेराव
टीसीएस कंपनी के लखनऊ सेंटर में 12 जुलाई की रात को बंद होने की औपचारिक घोषणा की गई। इससे पूर्व करीब एक माह से इस सेंटर के बंद होने की चर्चा चल रही थी। इसके पीछे सेंटर की बिल्डिंग के किराए के विवाद को बताया जा रहा था। हालांकि लोग दबी जुबान से इस सेंटर से कम रेवेन्यू जनरेशन को इसके बंद होने की वजह बता रहे थे। इस औपचारिक घोषणा के बाद टीसीएस कर्मचारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने जहां अपने परिवार के साथ कैंडल मार्च निकाला। वहीं सीएम आवास का भी घेराव किया। गवर्नर रामनाइक, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा से लेकर कई नेताओं के टीसीएस कर्मचारी चक्कर काटने लगे।
हालांकि सरकार की ओर से उन्हें बार-बार आश्वस्त किया जाता रहा कि टीसीएस को किसी भी हाल में लखनऊ से जाने नहीं दिया जाएगा। इसी कड़ी में शनिवार को जब बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सीएम योगी को इस बाबत निर्देशित किया तो टीसीएस कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई।