इस तरह गरीबों का हक़ छीन कर चैन की सांस लेते हैं अधिकारी, जानें पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा फूटपाथ पर रहने वाले गरीबों के हक पर डाका डालने का मामला सामने आया है। सरकार द्वारा गरीबों के लिए दी जाने वाली लकड़ी अधिकारी अपने रसूख के दम पर अपने घरों में डलवा रहे है। गरीबों के हक पर डाके का खेल मेयर विनोद अग्रवाल के इशारे पर खेला जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि मेयर कैमरे के सामने अधिकारियों के य
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा फूटपाथ पर रहने वाले गरीबों के हक पर डाका डालने का मामला सामने आया है। सरकार द्वारा गरीबों के लिए दी जाने वाली लकड़ी अधिकारी अपने रसूख के दम पर अपने घरों में डलवा रहे है। गरीबों के हक पर डाके का खेल मेयर विनोद अग्रवाल के इशारे पर खेला जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि मेयर कैमरे के सामने अधिकारियों के यहां लकड़ी जाना गलत नहीं मान रहे है। हालांकि वो पूरे मामले की जांच की बात कर रहे है। मेयर का दावा है कि शहर में हर जगह अलाव भेजा जा रहा है। लेकिन हकीकत इसके ठीक विपरीत है।
क्या है मामला?
- मुरादाबाद समेत पूरे प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है।
- आम से लेकर खास तक हर कोई ठंड के कहर से परेशान है। सबसे ज्यादा परेशानी रात के समय रिक्शा ऑटो चलाने और फूटपाथ पर रहने वाले लोगों को हो रही है।
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- नगर निगम की तरफ से उन्हें अलाव नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण उन्हें फटे पुराने कपड़े और कूड़ा जलाकर ठंड से मुकाबला करना पड़ रहा है।
-हालांकि शहर के कुछ इलाकों में अलाव की लकड़ी भेजी जा रही है लेकिन वो भी गीली। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि गरीबों के लिए आने वाली लकड़ी आखिर जा कहा रही है।
ये है सच:
- असल में प्रशासन के ही कुछ बड़े अधिकारी गरीबों के हक पर डाका डाल रहे है।
- शाम होते ही उनकी कोठी से नगर निगम के कर्मचारियों के पास अलाव लकड़ी के लिए फ़ोन आने लगते है।
- अधिकारियों के रसूख़ ओर गरीबों के हक पर डाके की बात जब मीडिया ने मेयर से पूछी तो उन्होंने बेशर्मी से बोल डाला इसमे गलत क्या है ?
- यहां तक कि उन्होंने मीडिया को भी अलाव ऑफर कर दिया।
- हालांकि अपनी गलती का एहसास होने के तुरंत बाद उन्होंने पूरे मामले की जांच की बात कही।