Hapur News: गुर्जर स्वाभिमान पंचायत को प्रशासन ने नहीं दी अनुमति, सपा विधायक अतुल प्रधान सहित गुर्जर नेता गिरफ्तार
Hapur News: गुर्जर समाज के प्रसिद्ध नेता अनिल मोरल शरणजीत गुर्जर आदि को पुलिस ने उनके घर पर ही नजर बंद कर दिया। जिससे गुर्जर समाज के लोगों में काफी रोष है।
Hapur News: यूपी के जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र के घोड़ा फार्म पर होने वाली गुर्जर स्वाभिमान पंचायत को प्रशासन द्वारा परमिशन नहीं दी गई। गुर्जर समाज के प्रसिद्ध नेता अनिल मोरल शरणजीत गुर्जर आदि को पुलिस ने उनके घर पर ही नजर बंद कर दिया। लेकिन फिर भी गुर्जर समाज के लोग ट्रैक्टर ट्रॉलियों व अपने-अपने वाहनों से घोड़ा फार्म पहुंचे, लेकिन वहां भारी पुलिस बल तैनात रहा।
इस वजह से होनी थी आज महापंचायत
गुर्जर समाज के लोगों का कहना है कि वह शांतिपूर्वक अपनी पंचायत करना चाहते थे। वह राजेश पायलट के बारे में पंचायत करना चाहते थे क्योंकि भाजपा के आईटी सेल अध्यक्ष अमित मालवीय द्वारा राजेश पायलट पर टिप्पणी की गई थी। जिससे गुर्जर समाज के लोगों में काफी रोष देखने को मिला था। जिसके बाद हापुड़ के गुर्जर समाज के लोगों ने गढ़मुक्तेश्वर स्थित घोड़ा फार्म में एक महापंचायत का आयोजन किया था। जो 14 सितंबर को होनी थी लेकिन जनपद में धारा 144 लगी होने के कारण प्रशासन द्वारा गुर्जर समाज के लोगों को घोड़ा फार्म में महापंचायत करने की परमिशन नहीं मिली। प्रशासन द्वारा कहा गया कि अपने-अपने गांव में पंचायत कर अपना रोष दिखाएं। इस दौरान भारी पुलिस बल भी तैनात रहा तथा चप्पे-चप्पे पर नजर रखी गई।
पुलिस व गुर्जर नेताओं के बीच हुई नोकझोंक
वहीं पंचायत में शामिल होने के लिए सरधना से विधायक अतुल प्रधान भी पहुंचे जहां पुलिस ने उन्हें घोड़ा फार्म के गेट के अंदर नहीं जाने दिया। जिसके बाद अतुल प्रधान वहीं पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठ गए। गढ़मुक्तेश्वर एसडीएम व सीओ ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह नहीं माने जिसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर अपने साथ थाने ले गई।
अतुल प्रधान ने पुलिस प्रशासन पर मनमानी का लगाया आरोप
वहीं, सपा से विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि जब जनपद में धारा 144 लागू नहीं है, तो हमें महापंचायत करने की परमिशन क्यो नही दी जा रही है। वही महापंचायत में जाने से रोकने पर राजेन्द्र गुर्जर, रवि भाटी,कपिल हूण सहित अन्य नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया है, जोकि सरकार की मनमानी है।