हार्टबीट सिटी के निवेशक साइट पर खेलकर जताया विरोध, 11 सितंबर से करेंगे अनशन
हार्टबीट सिटी के निवेशकों ने सेक्टर-107 साइट पर बैटमिंटन खेलकर रविवार (3 सितंबर) को विरोध व्यक्त किया। उम्मीद तब टूटी जब निवेशकों द्वारा आयोजित बैठक में बिल्डर का एक प्रतिनिधि नहीं पहुंचा। बैठक में तय किया गया कि अब आरपार की लड़ाई ही काम आएगी। लिहाजा कानूनी सलाह लेते हुए हार्टबीट के निवेशक राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी) में याचिका दायर करने जा रहे है।
नोएडा: हार्टबीट सिटी के निवेशकों ने सेक्टर-107 साइट पर बैटमिंटन खेलकर रविवार (3 सितंबर) को विरोध व्यक्त किया। उम्मीद तब टूटी जब निवेशकों द्वारा आयोजित बैठक में बिल्डर का एक प्रतिनिधि नहीं पहुंचा।
बैठक में तय किया गया कि अब आरपार की लड़ाई ही काम आएगी। लिहाजा कानूनी सलाह लेते हुए हार्टबीट के निवेशक राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी) में याचिका दायर करने जा रहे है।
यह ऐसे निवेशक है जो साइट पर जाकर कभी फुटबॉल तो कभी क्रिकेट खेलकर अपना विरोध व्यक्त कर रहे है। लेकिन रविवार को इनके सब्र का बांध टूट गया। निवेशक 11 सितंबर से अनशन पर बैठने जा रहे है। साथ ही प्रयास रहेगा कि 14 सितंबर को आयोजित होने वाली बैठक में मंत्रियों के समक्ष अपना पक्ष रख सके।
निवेशकों ने लगाया आरोप
निवेशकों ने आरोप लगाया कि बिल्डर के साथ-साथ सरकार भी खेल कर रही है। बिल्डर ने सेक्टर-107 में हार्टबीट सिटी परियोजना लांच की। 2011 में परियोजना के लुभावने आॅफर दिखाकर फ्लैट बुक कराए। 2014 तक निवेशकों ने 90 से 70 प्रतिशत तक पैसा बिल्डर के खातों में जमा कर दिया। डिलिवरी भी 2014 को ही थी। लेकिन 2014 के बाद से अब तक कंस्ट्रक्शन काम बंद है। उधर, बिल्डर ने रेरा के तहत इसी परियोजना का पंजीकरण कराया। जिसमे नई परियोजना के निर्माण की शुरुआत 2017 और डिलिवरी 2023 दिखाई। ऐसे में बिल्डर और सरकार के खिलाफ 11 सितंबर से अनशन किया जाएगा।
इसके साथ ही 14 सितंबर को होने वाली बैठक में मंत्रियों के समिति के समक्ष अपनी समस्या रखी जाएगी। निवेशकों पर समस्याओं का पहाड़ है। मोदी सरकार के विरोध में उन्होंने साइट पर अच्छे दिन आएंगे का मजाक उड़ाया। वह हंसते रहे और विरोध दर्ज कराते रहे।