यहां अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन, यह लोग थे उपस्थित
इस अवसर पर विभाग समन्वयक इंजी.दिनेश द्विवेदी, इंजी.मुकुल सक्सेना, इंजी.महेंद्र प्रताप सिंह, डा.आनंद कुमार पाण्डेय, डा.गौरव श्रीवास्तव, डा. बृजेंद्र कश्यप तथा सुश्री पल्लवी पुष्प उपस्थित रहे।
झाँसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति राज्य विश्वविद्यालय होने के बावजूद जिस प्रकार पाठ्यक्रमों की फीस वृद्धि किए हैं। इस वैश्विक महामारी के दौर में उसे देखते हुए प्रत्तीत होता है कुलपति संवेदनहीन हैं।
कुलपति के विरोध में नारेबाजी की
एक महीने से फीस वृद्धि के खिलाफ तमाम तरीके से विरोध जताने के बाद आज एनएसयूआई ने आज प्रदेशव्यापी कार्यक्रम में कुलपति के मानचित्र पर स्याही पोती। बुन्देलखण्ड के 7 जिलों में जिसमें झांसी, ललितपुर, महोबा, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर और जालौन सभी जिलों में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने बुन्देलखण्ड प्रदेश अध्यक्ष नफीस मकरानी के आव्हान पर अपने घरों के बाहर खड़े होकर कुलपति के विरोध में नारेबाजी भी किए।प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक प्रताप ने बताया कि इसके पहले 6 मई से एनएसयूआई फीस वृद्धि का विरोध कर रही है। अब तक 100 से ज्यादा ज्ञापन पूरे प्रदेश से राज्यपाल महोदया और कुलसचिव को मेल किया जा चुका है।
पुतला करेंगे दहन
सोशल मीडिया पर एनएसयूआई ने हस्ताछर अभियान चला रखा है। साथ ही ट्विटर पर ट्रेंड भी चलाया था जिसके समर्थन में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से बुन्देलखण्ड के छात्र छात्रों के समर्थन में ट्वीट भी किया गया। यह पहली बार था जब किसी राजनीतिक दल ने छात्रों के मुद्दे पर खुल कर प्रतिक्रिया दी। प्रदेश महासचिव जीशान ने बताया अगर कुलपति अपना निर्णय वापस नहीं लेते हैं तो एनएसयूआई पूरे प्रदेश में कुलपति का पुतला दहन भी करेगी। साथ ही विश्वविद्यालय खुलते ही बड़ा छात्र आंदोलन करेगी। झाँसी से इकाई अध्यक्ष अभिषेक दादू, आकाश पाराशर, सुमित दांगी, आनंद सेन, कार्तिक वर्मा, सिद्धार्थ देव, मयंक कपूर, अनूप सिंह और अन्य कार्यकर्ता शामिल रहे।
अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार का हुआ आयोजन
बुन्देलखण्ड विष्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के बायोटेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग विभाग में आज ”अनवाइंडिंग द काम्प्लेक्सिटी ऑफ कोविड-19 एन इनसिलिको अटेम्प्ट“ पर एक इण्टरनेशनल वेबिनार का आयोजन हुआ। वेबिनार में जिसमें आई.सी.एम.आर. के राष्ट्रीय जालमा कुष्ठ एवं अन्य माईक्रोबैक्टिरियल रोग संस्थानए आगरा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. पार्थसारथी मोहंती तथा युनिवर्सिटी आफ ईस्टर्न फिनलैंड, कोप्पिआ के डिपार्टमेंट आफ इण्टरनल मेडिसिन की वैज्ञानिक डा. तूलिका भारद्वाज मुख्य वक्ता थी।
चीनी माल का बहिष्कार करें या न करें…?
कार्यक्रम के समन्वयक तथा मॉडरेटर इंजी.ब्रजेन्द्र शुक्ल ने विषय की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि कोविड-19 की संक्रामकता को ध्यान में रखते हुए इस हेतु ऐण्टी डोट या वैक्सीन पर अनुसंधान तथा निर्माण, एक बहुत बड़ी चुनौती है।
ड्रग डिजाइनिंग पर कर रहे कार्य
इस समय बायोइनफार्रमेटिक्स टूल्स एवं फाइलोजेनेटिक स्टडीज, मालीक्युलर डाकिंग द्वारा ही, ड्रग डिजाइनिंग पर कार्य हो रहे हैं। संकायाध्यक्ष, अभियांत्रिकी संकाया प्रो. शिवकुमार कटियार ने वक्ताओं तथा प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस प्रकार के सम्मेलनों द्वारा वैचारिक आदान-प्रदान तथा निरंतर शोध द्वारा ही सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे।
प्रथम तकनीकी सत्र में डा.पार्थसारथी मोहंती ने विषय अत्यंत सहज ढंग से एक्सप्लेन किया तथा एन.सी.बी.आई. तथा कुछ सॉफ्टवेयर के बारे में महत्वपूर्ण सूचनाएँ दी। द्वितीय तकनीकी सत्र में डा. तूलिका भारद्वाज ने विषय की विवेचना करते हुए इस विषय पर शोध के कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुओं को इंगित किया। इंजी.ब्रजेन्द्र शुक्ल ने बताया कि लगभग 200 लोगों की वेबिनार में सहभागिता रही। दोनों वक्ताओं ने 40 मिनट के इंटरएक्टिव सेशन में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शांत किया।
कई लोग उपस्थित रहे
आयोजन सचिव डा.रंजीत सिंह ने वक्ताओं तथा प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभाग समन्वयक इंजी.दिनेश द्विवेदी, इंजी.मुकुल सक्सेना, इंजी.महेंद्र प्रताप सिंह, डा.आनंद कुमार पाण्डेय, डा.गौरव श्रीवास्तव, डा. बृजेंद्र कश्यप तथा सुश्री पल्लवी पुष्प उपस्थित रहे।
रिपोर्टर - बी के कुशवाहा, झाँसी
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