'योगी युग' में पहली बड़ी कार्रवाई, IPS हिमांशु कुमार निलंबित, लगाए थे ये गंभीर आरोप
यूपी में योगी सरकार आते ही बड़ी कार्रवाई हुई है। यूपी सरकार ने आईपीएस ऑफिसर हिमांशु कुमार को शनिवार (25 मार्च) को निलंबित कर दिया है।
लखनऊ: यूपी में योगी सरकार आते ही बड़ी कार्रवाई हुई है। यूपी सरकार ने आईपीएस ऑफिसर हिमांशु कुमार पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए शनिवार (25 मार्च) को उन्हें निलंबित कर दिया है। 2010 बैच के आईपीएस ऑफिसर हिमांशु कुमार ने पिछले बुधवार (22 मार्च) को माइक्रो ब्लॉगिंग साईट ट्विटर के जरिए डीजीपी ऑफिस पर जाति के आधार पर भेदभाव करने के आरोप लगाए थे।
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आईपीएस ऑफिसर ने ट्वीट कर कहा था कि वरिष्ठ अधिकारियों में 'यादव' सरनेम वाले पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करने या रिजर्व लाइन भेजने के लिए होड़ मची है। ट्वीट हटाते हुए कहा कि उनके ट्वीट को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। इसके बाद यूपी पुलिस ने आईपीएस हिमांशु कुमार के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे। निलंबन के आदेश के कुछ देर बाद ही आईपीएस हिमांशु ने यह ट्वीट किया।
हिमांशु कुमार यूपी के महराजगंज, श्रावस्ती, हापुड़, कासगंज, मैनपुरी और फिरोजाबाद जिलों में बतौर एसपी भी रह चुके हैं। 2 मार्च को चुनाव आयोग ने उन्हें फिरोजाबाद से हटाया था। जिसके बाद से उनकी तैनाती डीजीपी हेडक्वार्टर में थी।
आईपीएस हिमांशु कुमार बिहार में एक मुक़दमे में भी वांछित चल रहे हैं। हिमांशु के खिलाफ बिहार की एक कोर्ट ने बेलेबल वारंट भी जारी किया हुआ है। उनकी पत्नी प्रिया ने भी उनपर दहेज़ उत्पीड़न का केस दर्ज करवा रखा है। हिमांशु ने पत्नी द्वारा बिहार में दर्ज मुक़दमे को वापस लेने के लिए दबाव बनाने के उद्देश्य से नोएडा में पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।