आखिर क्या है यूपी पुलिस के 'ऑपरेशन एनकाउंटर' का सच ?

सूबे में एक के बाद एक सरकार का 'ऑपरेशन एनकाउंटर' प्लान सवालों के घेरे में आता जा रहा है। नोएडा, बाराबंकी के बाद अब सुल्तानपुर के कादीपुर कोतवाली में पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ भी उस वक़्त संदेह के घेरे में आ गई जब घायल अपराधी ने पुलि

Update:2018-02-22 09:33 IST

सुल्तानपुर: सूबे में एक के बाद एक सरकार का 'ऑपरेशन एनकाउंटर' प्लान सवालों के घेरे में आता जा रहा है। नोएडा, बाराबंकी के बाद अब सुल्तानपुर के कादीपुर कोतवाली में पुलिस और अपराधियों के बीच हुई मुठभेड़ भी उस वक़्त संदेह के घेरे में आ गई जब घायल अपराधी ने पुलिस के गुडवर्क को फर्जी बता दिया। हालांकि ज़िले के एसपी ने अपनी पुलिस की पीठ थपथापने वाला बयान दिया है।

कादीपुर कोतवाली का मामला

बुधवार 21 फरवरी को जिले की कादीपुर कोतवाली की पुलिस ने 25 हज़ार के इनामी अपराधी अम्बुज यादव को पाकड़पुर गांव के जंगल में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार करने का दावा किया। पुलिस की ताबड़तोड़ फायरिंग में अपराधी अम्बुज यादव के पैर में गोली जा लगी और वो घायल होकर गिर पड़ा, जबकि दूसरा अपराधी कल्लू पंडित पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। अब घायल अपराधी का डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल में इलाज रहा है।

एसपी ने कही ये बातें

अपराधी और पुलिस की मुठभेड़ पर जिले के एसपी अमित वर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि हमारी पुलिस टीम को सूचना मिली कि दो अपराधी लूट की योजना बना रहे हैं, और जब एसएचओ कादीपुर मौके पर पहुंचे तो उन दोनों लड़कों ने पुलिस के ऊपर फायर झोंक दिया।

एक कांस्टेबल घायल हो गया, पुलिस ने जवाबी कार्यवाही की तो अपराधी अम्बुज यादव के पैर में गोली लग गई। इनका दूसरा साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया,और जब इनके बारे में जानकारी की गई तो पता चला कि ये हमारे जनपद के 25000 के इनामी बदमाश हैं, इनके ऊपर लूट, हत्या व डकैती के मुकदमे भी दर्ज हैं। लगभग ढाई महीने पहले इनके बारे में ये भी जानकारी मिली थी की अपराधी अम्बुज यादव कोर्ट में फर्जी बेल बॉन्ड बनवाकर फर्जी जमानतदार तैयार कराकर जेल से निकलने में सफल हुआ था।

राजस्थान से उठाकर लाई थी पुलिस

- उधर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज के लिये पहुंचे अपराधी अम्बुज यादव ने कहा कि मैं कादीपुर कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला हूँ।

- दो महीने पूर्व से अपनी पत्नी और बच्चों के साथ राज्यस्थान के हरिशन पुर गाँव मे रहकर भारत सिक्युरिटी फोर्स में नौकरी कर रहा था। वहाँ हमारी हाजरी आन कैमरा रिकार्डिंग है।

- बीती 15 तारीख की शाम जब मैं अपने रूम पर आया तो क्राइम ब्रांच की टीम हमारे ऊपर असलहा लगा कर कहने लगे कि बोलना मत नही तो गोली मार देंगे, और वहां से उत्तर प्रदेश सुल्तानपुर ले आये।

- 15 तारीख से मुझे 20 तारीख तक क्राइम ब्रांच के संतोष शुक्ला के ऑफिस में रखा गया, और कल शाम को देवेंद्र प्रताप सिंह और केवी सिंह मुझे लेकर करौंदीकला थाने ले गए और आज सुबह कादीपुर से होते हुए पाकड़पुर स्थित एक जंगल मे ले गए और वहां उनके द्वारा एक फर्जी गाड़ी भी लाई गई थी।

- मुझसे कहा गया कि तुम यादव हो और बीजेपी सरकार है, पैर रख दो पैर में गोली मार दें तुम्हारी जिंदगी बच जाएगी। और मेरे पैर में पुलिस टीम द्वारा गोली मार दी गई।

सपा DDC ने भी एनकाउंटर को बताया ग़लत

वहीं एनकाउंटर होने के कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर डीडीसी कमला यादव ने इस इनकाउंटर को गलत बताया और कहा कि सिर्फ बैक वर्ड व छोटे वर्ग के लोगो को पुलिस अपना निशाना बना रही है सामान्य वर्ग को नही।

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