दलितों से मिलने शब्बीरपुर पहुंची मायावती, BJP सरकार पर जमकर साधा निशाना
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कार्यकर्ताओं को दलितों के खिलाफ संघर्ष के लिए तैयार रहने को कहा। जातीय हिंसा में झुलसे सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव जाते समय वह मेरठ
सहारनपुर : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कार्यकर्ताओं को दलितों के खिलाफ संघर्ष के लिए तैयार रहने को कहा। जातीय हिंसा में झुलसे सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव जाते समय वह मेरठ में कुछ ही मिनट के लिए रुकीं। उन्होंने कहा कि यह समय स्वागत का नहीं, संघर्ष का है।
इससे पहले, दिल्ली से गाड़ियों के काफिले के साथ निकलीं मायावती गाजियाबाद होते हुए दोपहर लगभग 12 बजे परतापुरत तिराहे पर पहुंचीं। गाजियाबाद में यूपी गेट पर मायावती का समर्थकों ने फूलों से स्वागत किया।
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मायावती ने कार्यकर्ताओं से कहा कि बसपा को संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा। खड़ौली में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। वहां भी मायावती ने दलितों के लिए संघर्ष के लिए आह्वान किया और रवाना हो गईं। कार्यकर्ताओं के जोश को देख मायावती उत्साहित नजर आईं।
सहारनपुर के लिए निकलने से पहले नई दिल्ली में बसपा अध्यक्ष मायावती मीडिया से मुखातिब हुईं। उन्होंने कहा, "मुझे सहारनपुर के अधिकारियों ने हैलीपेड की सुविधा नहीं दी।"
- मायावती ने कहा, "सड़क मार्ग से जाते समय यदि मुझे कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेदार भाजपा होगी।"मायावती ने कहा कि सहारनपुर में हुई घटना दर्दनाक है। उप्र में भाजपा की जातिवादी सरकार है। योगी की सरकार पक्षपात कर रही है, सहारनपुर की घटना पक्षपात की वजह से हुई है।
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शब्बीरपुर पहुंच दलितों से की मुलाकात
-जनपद के बड़गांव थाना क्षेत्र के गांव शब्बीरपुर में हुई जातीय हिंसा के बाद करीब बीस दिन बाद बसपा सुप्रीमो मायावती आज (23 मई ) गांव शब्बीरपुर पहुंची और पीड़ित दलितों से मुलाकात की।
- उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर दलितों पर अत्याचार सहन नहीं किया जाएगा।
- उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार प्रदेश में जातीय दंगे करा रही है। मायावती ने घोषणा की कि बसपा के पार्टी फंड से पीड़ित दलितों को 50 और 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
बसपा पार्टी फंड से दलितों को मिलेगी मदद
- पीड़ित दलित परिवारों से मुलाकात करने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने गांव स्थित आश्रम में आयोजित सभा को भी संबोधित किया।
-उन्होंने मंच से घोषणा करते हुए कहा कि पार्टी फंड से पीड़ितों को आर्थिक मदद मुहैया कराई जाएगी। कहा कि जिनके घर जले हैं, उनको पचास हजार रुपये और जिनका कम नुकसान हुआ है, उन्हें 25 हजार रुपये बसपा द्वारा प्रदान किए जाएंगे।
- मायावती ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, तभी से राज्य में जातीय दंगे हो रहे हैं।
-यह सरकार कानून व्यवस्था कायम करने में पूरी तरह से फेल हो रही है। जातीय दंगों में दलित और पिछड़ों को निशाना बनाया जा रहा है। राज्य के संभल में भी जातीय दंगा हो चुका है और अब सहारनपुर सुलग रहा है।
बीजेपी के चलते रोडवे से आने को मजबूर हुई
-उन्होंने कहा कि उन्हें सुबह ही सहारनपुर आना था, लेकिन योगी सरकार के इशारे पर सहारनपुर के जिला प्रशासन ने हैलीपेड बनाने की अनुमति नहीं प्रदान की, जिस कारण उन्हें दिल्ली से सड़क मार्ग से सहारनपुर आना पड़ा।
- सड़क मार्ग से आने और अब उनके वापस लौटने पर उनकी जान को खतरा है। वापस लौटते वक्त यदि उन्हें कुछ होता है तो इसके लिए पूरी तरह से प्रदेश की योगी सरकार जिम्मेदार होगी।
- उन्होंने बताया कि वह जल्दी गांव में आ सकती थी, लेकिन उन पर मामला भड़काने का आरोप न लगे, इसलिए अब शांत वातावरण में आई हैं।
दलित के साथ हो रही ज्यादती
-उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलितों और पिछड़ों के साथ ज्यादती हो रही है।जिस पर योगी सरकार पूरी तरह से साइलेंट है।
- सहारनपुर में जो हुआ, उस सरकार की चुप्पी इस ओर इशारा करती है कि यह सरकार नहीं चाहती कि प्रदेश में दलितों का विकास हो।
- दलित पीड़ितों को एक एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई थी, लेकिन पांच छह लोगों को ही 25-25 हजार रुपये दिए गए।