मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले ही सम्बोधन में अपनी पार्टी के नेताओं को संयमित भाषा की नसीहत देते हुए छपास और दिखास से दूर रहने को कहा था, लेकिन मोदी की इस नसीहत के बावजूद भाजपा के बयानवीर विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं। नेताओं की जुबान बार-बार फिसल रही है। इन बयानवीरों के कारनामों से विपक्ष को भाजपा को घेरने का मौका मिल रहा है।
यह भी पढ़ें : यूपी में एक बार फिर चली तबादला एक्सप्रेस, एडीजी आनंद कुमार हटाए गए
ललितपुर के विधायक का विवादित बयान
भारतीय जनता पार्टी के ललितपुर से विधायक रामरतन कुशवाहा के विवादित बयान की सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों समेत सभी निंदा कर रहे हैं। झांसी के सांसद अनुराग शर्मा के सम्मान समारोह में कुशवाहा ने कहा कि अभी प्रदेश में जो सरकारी कर्मचारी हैं, अगर महीने-दो महीने में ठीक नहीं होते हैं और हमारे कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करते तो जूता उतारिए और मारिए, क्योंकि एक सीमा होती है बर्दाश्त करने की। उन्होंने कहा कि ये सपा-बसपा की मानसिकता के अधिकारी हैं, जिन्होंने चुनाव के समय भी बदतमीजी की थी। हमारे कार्यकर्ता को हड़काया था और सदस्यता के लिए मजबूर किया था। उन्होंने कहा कि उनके पास ऐसे पुलिस और राजस्व कर्मचारियों के बारे में सूचना है और वे अभी सतर्क हो जाएं। कुशवाहा के इस बयान पर विपक्षी दलों ने पार्टी व सरकार को जमकर घेरा।
एक विधायक ने ममता को बताया लंकिनी
अभी भाजपा विपक्ष की इस घेरेबंदी से बाहर निकल भी नहीं पाई थी कि बलिया से भाजपा विधायक सुरेंद्र ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ बयान देकर एक नई मुसीबत खड़ी कर दी। सुरेंद्र सिंह ने ममता बनर्जी की तुलना लंकिनी से करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान ममता ने जो संस्कार प्रस्तुत किए थे, उससे स्पष्ट हो गया था कि उनका व्यवहार मर्यादित व संस्कारिक नहीं था। उन्होंने कहा कि इंसान के रूप में ममता बनर्जी बेकार हैं। अब लंकिनी का नाश होगा और पश्चिम बंगाल में विभीषण का राज होगा। बंगाल में भाजपा ममता के विरोधियों की तलाश कर रही है। तृणमूल कांग्रेस के 10-20 विधायक भाजपा से मिल भी चुके हैं। उसमें से असली विभीषण तलाशा जाएगा। राम उसका राज्याभिषेक करेंगे। सुरेंद्र सिंह के इस बयान की तपिश अभी कम भी नहीं हुई थी कि उन्होंने फिर से बयान दे दिया कि वर्ष 2024 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। पूरी संभावना है कि वर्ष 2024 में भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो जाए।
यह भी पढ़ें : Gorkhpur : एनजीटी की फटकार, सीएम सिटी लाचार
सेंगर से मिलने पहुंच गए साक्षी महाराज
साक्षी महाराज के बगैर भाजपा के बयानवीरों की बात अधूरी रह जाएगी। साक्षी महाराज रेप के आरोप में बंद उन्नाव के विधायक कुलदीप सेंगर से जेल में मिलने पहुंच गए। सेंगर पर गैंगरेप और पीडि़ता के पिता की हत्या का आरोप है। साक्षी महराज ने कहा कि हमारे यहां के बहुत ही यशस्वी और लोकप्रिय विधायक कुलदीप सेंगर काफी दिन से यहां हैं। चुनाव के बाद उन्हें धन्यवाद देना उचित समझा तो मिलने आ गया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने सभी चुने गए सांसदों व भाजपा के जनप्रतिनिधियों को नसीहत देते हुए कहा था कि छपास यानी पेपर में फोटो छपने और दिखास यानी टीवी पर दिखने की इच्छा से बचना चाहिए। उन्होंने सांसदों को नसीहत दी कि टीवी के माइक सामने देखते ही कुछ भी ना बोलें क्योंकि इससे पार्टी को बहुत नुकसान होता है। प्रधानमंत्री मोदी की बात को चंद दिन ही बीते हैं कि भाजपा के कुछ नेताओं ने इस तरह के विवादित बयान दे दिए।