NRC पर बोले सीएम योगी आदित्यनाथ- जरूरत पड़ने पर उत्तर प्रदेश में लागू होगा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान दिया है। सीएम योगी ने कहा अगर जरूरत पड़ी तो एनआरसी उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाएगा। सीएम योगी ने असम में एनआरसी लागू करने के फैसले को महत्वपूर्ण और साहसिक निर्णय बताया है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा बयान दिया है। सीएम योगी ने कहा अगर जरूरत पड़ी तो एनआरसी उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाएगा। सीएम योगी ने असम में एनआरसी लागू करने के फैसले को महत्वपूर्ण और साहसिक निर्णय बताया है।
सीएम योगी ने कहा, हम लोगों को प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को इसके लिए बधाई देनी चाहिए। अगर जरूरत पड़ी तो हम उत्तर प्रदेश में भी ऐसा करेंगे।' उन्होंने यह भी कहा, 'असम में जिस तरह से एनआरसी को लागू किया गया है, वह सीखने वाला है।
वहां के अनुभव के आधार पर हम भी शुरुआत कर सकते हैं। यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। यह गरीबों का अधिकार अवैध घुसपैठियों को छीनने से रोकेगा।
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एक मीडिया हाउस को दिए गये इंटरव्यू में एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्योनाथ ने कहा, 'प्रत्येक व्यक्ति का कोर्ट में विश्वास है। कोर्ट का फैसला हमें स्वीकार होगा। आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।'
योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा, उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री की बातों से पूरी तरह सहमत है। एक सीमा के बाद इसपर नियंत्रण लगाने की जरूरत है। इसको कैसे लागू किया जाएगा, सरकार के स्तर पर इस मुद्दे पर चर्चा की जरूरत है। हम इसपर काम करना शुरू कर चुके हैं।
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असम में 30 जुलाई को एनआरसी का ड्राफ्ट किया गया था जारी
असम में 30 जुलाई, 2018 यानी सोमवार को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का अंतिम ड्रॉफ्ट जारी कर दिया गया। इसमें शामिल होने के लिए असम में 3.29 करोड़ लोगों ने आवेदन किया था, जिसमें से 40.07 लाख आवेदकों को जगह नहीं मिली। इसी के बाद से संसद से लेकर सड़क तक हंगामा मचा हुआ है।
सभी विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हो गए हैं। इस पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया था कि असम के लिए राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण का मसौदा पूरी तरह निष्पक्ष है और जिनका नाम इसमें शामिल नहीं है उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उन्हें भारतीय नागरिकता साबित करने का मौका मिलेगा।
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