Meerut News: वेस्ट यूपी बना सॉल्वर गैंग का अड्डा
Meerut News: एसटीएफ के द्वारा पकड़े गये गैंग के सदस्यों से पूछताछ में यह खुलासा भी हुआ है कि पूर्वाचंल के सदस्य वेस्ट यूपी में और वेस्ट यूपी के सदस्य पूर्वाचंल में परीक्षा दे रहे हैं।
Meerut News : उत्तर प्रदेश (Uttra pradesh) का वेस्ट यूपी सॉल्वर गैंग (Solver gang) का अड्डा बन चुका है। आलम यह है कि 12 नवंबर से शुरू हुई दरोगा भर्ती अब तक एक पुलिकर्मी समेत एक दर्जन से अधिक सॉल्वर गैंग के सदस्य पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जा चुके हैं। पूरे साल की बात की जाए तो अब तक दो दर्जन से भी अधिक सॉल्वर गैंग (Solver gang kya hai) के सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। सॉल्वर गैंग में सॉल्वर्स के रूप में इंटर कॉलेज के लेक्चरार और प्रोफेसर यहां तक कि पुलिसकर्मी तक तक कार्य करते हैं। एसपी क्राइम अनित कुमार (SP Amit kumar) हना है कि मेरठ समेत पश्चिमी यूपी में अमित विश्नोई के अलावा अन्य कई गैंग काम कर रहे हैं। पुलिस अफसरों की मानें तो सॉल्वर गैंग का जाल उत्तर प्रदेश ही नही, बल्कि बिहार, हरियाणा और उत्तराखंड में भी सक्रिय है। एसटीएफ (STF)के द्वारा पकड़े गये गैंग के सदस्यों से पूछताछ में यह खुलासा भी हुआ है कि पूर्वाचंल के सदस्य वेस्ट यूपी में और वेस्ट यूपी के सदस्य पूर्वाचंल में परीक्षा दे रहे हैं।
अरविंद राणा 2013 से वांटेड चल रहा
अभी पिछले साल ही एसटीएफ की टीम (STF Team) ने पल्लवपुरम से साल्वर गैंग के सरगना अरविंद राणा उर्फ गुरुजी को गिरफ्तार किया था। अरविंद राणा (arvind rana) 2013 से वांटेड चल रहा था और उस पर 25 हजार का इनाम घोषित था। अरविंद राणा मूल रूप से शामली के झिंझाना का रहने वाला है, जो पिछले काफी दिनों से पल्लवपुरम मेरठ में रह रहा था। 2013 में अरविंद राणा (Arvind rana) ने एसएससी स्टॉफ सलेक्शन कमीशन और रेलवे भर्ती का पेपर लीक कराया था। साथ ही पुलिस भर्ती (Police Bharti) में भी सॉल्वर गैंग पेपर लीक करा चुका है। वेस्ट यूपी हरियाणा और दिल्ली (delhi) में अरविंद राणा का बड़ा नेटवर्क था। पिछले काफी दिनों से अरविंद राणा को दिल्ली हरियाणा पुलिस भी तलाश रही थी।
सॉल्वर को पेपर हल करने के लिए करीब 50 हजार रुपये दिए जाते है
पुलिस के अनुसार पहले जहां कोचिंग संस्थाएं प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए छात्रों को बेहतर शैक्षणिक माहौल देकर तैयार करती थी, वहीं अब पश्चिम उत्तरप्रदेश में कुछ कोचिंग संस्थाएं प्रतियोगी परीक्षाओं में सेंधमारी कराने में जुटी हैं। एसटीएफ के अफसरों की मानें तो सॉल्वर गैंग ने वेस्ट यूपी में गहरी जड़ें जमा ली हैं। सॉल्वर को 10 से 20 मिनट में पेपर हल करने के लिए तकरीबन 50 हजार रुपये दिए जाते हैं। ऐसे में कई कोचिंग सेंटर्स की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। एसटीएफ के मुताबिक अधिकतर कोचिंग सेंटर में पढ़ाने वाले टीचर्स को ही सॉल्वर बनाते हैं। वेस्ट यूपी की बात करें तो बड़ौत, मेरठ, सहारनपुर, बागपत, बिजनौर, शामली, हापुड़ में कई ऐसे कोचिंग सेंटर हैं। जहां पर सॉल्वर्स अभ्यर्थियों को नौकरी का लालच देकर रुपये वसूलते हैं।
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