अरे गुरु जी! ये भी कोई सवाल है भला, जिले की कैसी राजधानी ?
सर्व शिक्षा अभियान के तहत छोटे छोटे बच्चों को किस तरह शिक्षित किया जा रहा है इसकी झलक आज हम आपको दिखाते हैं। इसे देखते ही आप भी समझ जाएंगे कैसे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
हरदोई: सर्व शिक्षा अभियान के तहत छोटे छोटे बच्चों को किस तरह शिक्षित किया जा रहा है इसकी झलक आज हम आपको दिखाते हैं। इसे देखते ही आप भी समझ जाएंगे कैसे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
बच्चों से पूछी जा रही जिले की राजधानी
- परीक्षा शुरू होते ही टीचर का चौथी क्लास के बच्चे से सबसे पहला सवाल था- जिले की राजधानी क्या है ?
- इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वहां शिक्षा का स्तर क्या है।
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खुलेआम हो रही नकल:
- हरदोई के एक प्राइमरी स्कूल में बच्चों की परीक्षा चल रही है।
- कहने को तो ये परीक्षा है, मगर यहां का माहौल देख के ऐसा लग रहा है मानों मजाक चल रहा हो।
- बच्चे खुलेआम नक़ल कर रहे हैं। और कोई उन्हें कुछ नहीं बोल रहा।
- सबसे चौकाने वाली बात तो ये है कि टीचर बच्चे जिले की राजधानी पूछ रहे हैं।
हालांकि ये सवाल जब अफ़सर खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय आर पी त्रिपाठी से पूछा गया तो उन्हने पहले इसे हंस कर हास्यपद बतया और जब हकीकत पता चली तो इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और शिक्षक का मोरल डाउन होना या शैक्षिक स्तर में कमी होना बताया।
मैम ही करवा देती हैं सारा पेपर- स्टूडेंट
- स्कूल की छात्रा प्रिया से जब मिडिया की टीम ने सवाल किया की पेपर कैसे करती हैं ? सवाल कैसे होते हैं? तो प्रिया का जबाब था कि मैम ही पूरा पेपर हल करा देती हैं।