कुछ ऐसा था वो मंजर: सिपाही अंकित की आखिरी सांस तक उनके साथ थे DIG
शामली एनकाउंटर में घायल सिपाही अंकित तोमर का इलाज फोर्टिस अस्पताल में चल रहा था। गोली लगने की वजह से उसकी हालत बेहद गंभीार थी। डिआईजी लव कुमार से लेकर पुलिस के आला कमान अंतिम सांसो तक अंकित के पास मौजूद रहे। लेकिन डॉक्टर की लाख
नोएडा: शामली एनकाउंटर में घायल सिपाही अंकित तोमर का इलाज फोर्टिस अस्पताल में चल रहा था। गोली लगने की वजह से उसकी हालत बेहद गंभीार थी। डिआईजी लव कुमार से लेकर पुलिस के आला कमान अंतिम सांसो तक अंकित के पास मौजूद रहे। लेकिन डॉक्टर की लाख कोशिशों के बाद भी अंकित की जान बचाई नहीं जा सकी। गुरुवार को अंकित का अंतिम संस्कार उनके गांव वाजिदपुर जिला बागपात में किया जाएगा।
- शामली में पुलिस और बदमाश की मुठभेड़ में कैराना कोतवाल भगवत सिह और सिपाही अंकित को गोली लगी। अंकित को फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करया गया था।
- यहां सुबह से ही पुलिस के आला अधिकारियों का रैला लगा था।
- शाम को डीआईजी लव कुमार ने अंकित का हाल लिया। उस दौरान स्थिति काफी गंभीर थी।
- इसको लेकर पुलिस प्रशासन भी काफी गंभीर था। अंकित को बचाने के लिए डॉक्टर भी लगे रहे। लेकिन उसे बचा नहीं सके।
- डॉक्टरों के मुताबिक, गोली कान से अंदर घुसी है और बाहर नहीं निकली।
क्या था मामला
कैराना के जंधेड़ी निवासी साबिर मई 2017 में बाराबंकी में पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था।
- फरार सबीर लगातार कई वारदातों को अंजाम दे रहा था।
- साबिर पर रंगदारी, लूट, हत्या, डकैती के दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। साबिर जंधेड़ी पर सहारनपुर की तनिष्क रॉबरी कांड, सिपाही राहुल ढाका की हत्या करने जैसे संगीन मामले दर्ज हैं।-ईनामी बदमाश साबिर शार्प शूटर था और सिद्धार्थनगर से पेशी से लौटते समय बाराबंकी पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था। शामली में एनाउंटर के दौरान पुलिस ने ऊसे ढेर कर दिया।
- इसी एनकाउंटर में अंकित को गोली लगी थी।