सीएम साहेब ! शामली में बूचडखाना परोस रहा बीमारियाँ, शिकायत सुनने को कोई तैयार नहीं
शामली : यहां के एक यांत्रिक बूचडखाने की मनमानी के चलते उसके आस-पास रहने वाले सैकडां लोगो की जान आफत में आ गयी है। बूचडखाने के गंदे पानी के प्रभाव के चलते यहां दर्जनों लोग बीमार हैं। यहां पर पीने का पानी भी पूरी तरह से दूषित हो चुका है। नागरिकों का आरोप है कि बूचडखाना नियमो की अनेदखी कर रहा है। जिसके चलते उनको परेशानियों का सामना करना पड रहा है। इस मामले में ग्रामीण अधिकारियों से कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन उनकी सुनता कोई नहीं है।
बता दे कि यह मामला जनपद शामली के कैराना कोतवाली क्षेत्र में कांधला रोड स्थित मीम एग्रों नाम का एक यांत्रिक बूचडखाना है। यह बूचडखाना 2012 में लगाया गया था। यहा पर रहने वाले नागरिकों का आरोप है कि आबादी के बीच में किसी भी बूचडखाने को खोलना अवैध है। इसके बावजूद भी यहा पर यह बूचडखाना चल रहा है।
आरोप है कि इस बूचडखाने के अंदर से काटे जाने वाले पशुओं का खून और गंदा पानी जमीन के नीचे पहुंचाया जा रहा है। जिसके कारण जमीन के अन्दर का पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है। जो किसी भी सूरत में पीने के लायक नही है। इस पानी को पीकर कई दर्जन लोग गंभीर रूप से बीमार हैं।
इस मामले में ग्रामीण कई बार शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नही है। स्थानीय नागरिक जमालुदीन का आरोप है कि वो कई बार इसकी शिकायत कर चुके है। लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नही है। इस बूचडखाने के कारण गंदगी और बीमारियों का अंबार सा लग गया है।
बूचडखाने के मैनेजर तनवीर का कहना है कि यह बूचडखाना पूरी तरह से वैध है, और उन्हें 600 पशुओं को रोज काटने की अनुमति है। मानको के अनुसार की कार्य कर रहे है। जो भी आदेश शासन से होगा उसका पालन किया जायेगा।
शामली के बीजेपी नेता और पूर्व जिलाध्यक्ष रामजीलाल कश्यप ने बताया कि यह कत्लखाना पूरी तरह से अवैध है, और इसकी वैधता अवधि पूरी तरह से समाप्त हो चुकी है। उन्होने चेतावनी दी यदि उस बूचडखाने का संचालक खुद ही बंद नही करेगा, तो वो इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केन्द्र सरकार तक ले जाएंगे।
प्रभारी जिलाधिकारी और सीडीओ शामली यशु रस्तोगी का कहना है अगर वहां पर कुछ भी मानको के विपरित हो रहा है तो उसके विरुद्ध जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी।
वहीं आगरा में नगर निगम के अधिकारी भी परेशान दिखे। आगरा में दो स्लॉटर हाउस है जिनमे से एक नगर निगम का है, जबकि दूसरा निजी है जो बसपा के पूर्व विधायक का है। इन दोनों स्लॉटर हाउस में फिलहाल योगी के सख्त तेवर से हड़कम्प मचा हुआ है, जिसके चलते दो दिन तक ये बन्द कर दिए गए है।