इटावा में आटो फ्राॅड गैंग का भंडाफोड़, करोड़ों के वाहन बरामद
उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस को एसएसपी आकाश तोमर की अगुवाई मे स्टेट लेवल आटो फ्राड गैंग का खुलासा करने मे कामयाबी मिली है। गैंग के सदस्यो के कब्जे से करीब 7 करोड़ 50 लाख के वाहन पकड़े गए है, जिनमें ट्रक, टैंकर, और कारें है जिनकी संख्या 41 है जिनको चोरी/अवैध माना जा रहा है।
इटावा: उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस को एसएसपी आकाश तोमर की अगुवाई मे स्टेट लेवल आटो फ्राड गैंग का खुलासा करने मे कामयाबी मिली है। गैंग के सदस्यो के कब्जे से करीब 7 करोड़ 50 लाख के वाहन पकड़े गए है, जिनमें ट्रक, टैंकर, और कारें है जिनकी संख्या 41 है जिनको चोरी/अवैध माना जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक पूरे उत्तर प्रदेश के इनकी संख्या हजारो मे हो सकती है जो एक अनुमान के मुताबिक दस हजार बताई जा रही है इसलिए इस तरह की वाहनो की जांच के लिए व्यापक जांच के लिए राज्य पुलिस को लिखा जा रहा है। इटावा अपराध शाखा के अलावा सिविल लाइन, फ्रैंडस कालोनी, बढपुरा, बकेवर और भर्थना पुलिस ने सयुंक्त रूप से एसएसपी के निर्देशन पर सधन अभियान चला गया जिससे इतनी बड़ी कामयाबी इटावा पुलिस को मिली।
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किया था फर्जीवाड़े का खुलासा
इटावा के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण ने इटावा से ट्रांसफर से जाने से एक दिन पूर्व स्टेट लेवल का एआरटीओ विभाग में इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया था जिनमे एक 2 आरटीओ सहित एक बड़ा दलाल सहित आरटीओ कार्यालय की महिला कर्मचारी को पुलिस ने नामजद किया था प्रदेश का एआरटीओ कार्यालय में फ्रॉड का खुलासा था। इस बात का जिक्र इटावा वर्तमान एसएसपी आकाश तोमर द्वारा भी आज किया गया।
इटावा पुलिस की टीम को दिया गया एक लाख 75 हजार का इनाम प्रदान किया गया है। एसएसपी आकाश तोमर के मुताबिक साल 2016 से पूरे प्रदेश में इस गैंग का नेटवर्क फैला हुआ था।
फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन
नागालैण्ड परिवहन विभाग में फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कर और वहा से एनओसी जारी कर वाहनो को यूपी के कइयों जिलों में चोरी के वाहनो को असली वाहन बना रजिस्टर किया जाता है। अब इटावा पुलिस की रडार पर सूबे के कई एआरटीओ, एआरटीओ कार्यालय के कर्मचारी, दलाल है जिसकी जांच अभी इटावा पुलिस कर रही है एसएसपी ने औरैया जनपद के एआरटीओ रहे मनोज सिंह का नाम लेते हुए उनकी संलिप्ता जाहिर की है और ज्यादातर पकड़े गए ट्रक औरैया के नम्बर पर चल रहे है। वही 2016 में इटावा जनपद के एआरटीओ रहे वीरेंद्र सिंह का भी नाम इन आरोपियों के द्वारा प्रकाश में आया है। पुलिस ने बताया नागालैंड मणिपुर जैसे पूर्वोत्तर राज्यो से इस गैंग ने चोरी की गाडियो को असली गाडी के तौर पर एआरटीओ आफिसो से मिली भगत करके दर्ज कराया।
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41 ऐसे वाहनो को पकड़ा गया है जो पूर्वोत्तर राज्यो से चोरी के वाहनों को एआरटीओ से मिल कर असली बना संचालित करते थे। एक अनुमान के मुताबिक पूरे प्रदेश में करीब 10000 ऐसे वाहन संचालित है जो चोरी के हो सकते है। तीन को किया गया गिरफ्तार किया गया है। इटावा औरैया में तैनात रहे तत्कालीन एआरटीओ की भूमिका आटो फ्राड गैंग में मानी गयी है। इनकी जांच की जा रही है और जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी। आटो फ्राड गैंग का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एडीजी ने 1 लाख, आईजी ने 50 हजार और 25 हजार एसएसपी इटावा ने दिया इनाम।
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रिपोर्ट: उवैश चौधरी