शिक्षकों ने जताया 'बायोमेट्रिक अटेन्डेंस' पर विरोध, कहा- नहीं बनेंगे अंगूठा छाप

उत्तर प्रदेश में शिक्षकों ने अंगूठा छाप बनने से इन्कार कर दिया है जिस के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षकों को अटेन्डेंस के लिए अंगूठे नहीं लगाने की छूट दे दी है। एक तरफ देश में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस

Update:2017-07-25 16:53 IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिक्षकों ने अंगूठा छाप बनने से इन्कार कर दिया है जिस के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षकों को अटेन्डेंस के लिए अंगूठे नहीं लगाने की छूट दे दी है। एक तरफ देश में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस के लिए सरकारी दफ्तरों में अभियान चला कर मशीन लगाईं जा रही है ताकि सरकारी मुलाज़िम वक़्त पर दफ़्तर पहुँच सके तो दूसरी तरफ शिक्षकों ने बायोमेट्रिक मशीन के अटेंडेन्स का विरोध दर्ज कराया जिस के बाद योगी सरकार पने ही फैसले से पलट गई है।

- अशासकीय महाविद्यालयों में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस अनिवार्य नहीं है।

- दरअसल देश भर में सरकारी अफसरों और कर्मचारियों की समय से दफ़्तर नहीं पहुंचने की शिकायत आम थी।

- जिस के बाद केंद्र सरकार ने सरकारी दफ्तरों में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस मशीन लगाने का फैसला लिया था।

- केंद्र के दफ्तरों के साथ में यूपी सरकार ने भी दफ्तरों में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस मशीन को बढ़ावा देना शुरू कर दिया था। पूर्व की अखिलेश सरकार ने अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट यूपी100, वीमेन पावर लाइन 1090, पुलिस लाइन और एसएसपी आफिस समेत ज़्यादातर दफ्तरों में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस मशीन लगा दी थी।

- यही नहीं सरकार की पहल पर अशासकीय महाविद्यालयों में भी करोड़ों रूपए खर्च कर इस मशीन को लगाया गया था।

शिक्षकों ने जताया विरोध

- सरकार की इस मुहीम का शिक्षकों ने यह कहते हुवे विरोध शुरू कर दिया था कि इतना पढ़ने लिखने और डिग्री हासिल करने से क्या फायदा जब अंगूठे का ही इस्तेमाल करना पड़े

- उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ ने उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा से मुलाक़ात कर बायोमेट्रिक अटेन्डेंस मशीन के ज़रिये उपस्थिति दर्ज किये जाने का विरोध करते हुवे इस आदेश को वापस लेने की मांग की थी जिस पर शिक्षा निदेशक उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश डा आर पी सिंह ने बाक़ायदा आदेश जारी कर कहा है कि अशासकीय महाविद्यालयों में बायोमेट्रिक अटेन्डेंस अनिवार्य नहीं है।

सरकार के इस आदेश के बाद अब सवाल उठ रहे हैं की क्या शिक्षक राज कर्मचारियों की श्रेणी में नहीं आते हैं जो सरकार ने शिक्षकों को छूट दे दी है? यहाँ पर यह भी स्पष्ट कर देना ज़रूरी है की योगी सरकार के गठन के बाद कई विभागों में अंदरखाने मशीन लगाए जाने का विरोध हुवा था।

दरअसल बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन में तारीख के साथ साथ आने एवं जाने का समय भी दर्ज हो जाता है माना जा रहा है इसी के चलते इस का विरोध हो रहा है ।

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